बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कैसे हुए मशहूर? जानें इनसाइड स्टोरी

by Carbonmedia
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Dhirendra Krishna Shastri News: मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम आज कल खूब चर्चाओं में है. वजह है धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री. कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए देश-विदेश से लोग इकट्ठा होने लगे हैं. छतरपुर में उनकी कथा का हिस्सा बनने के लिए लंबी लाइन लगती है. केवल छतरपुर ही क्यों, अब तो बाबा बागेश्वर देश सहित विदेशों में भी कथा करते हैं, जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे होते हैं. 
ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री फेमस कैसे हुए? उन्होंने शुरुआत कैसे की? इस बात का जवाब दिया संस्कार टीवी के सीईओ मनोज त्यागी ने. इंडिया टीवी से बातचीत में मनोज त्यागी ने बताया, “ईश्वर कोई न कोई माध्यम जरूर बनाता है. मेरे पास रात को 11.00 बजे किसी आचार्य जी का फोन आता है. मैं 10-10.30 बजे के बाद फोन नहीं उठाता हूं, लेकिन उस दिन उठा लिया. फोन पर उन्होंने कहा कि हमें कथा करानी है. मैंने कहा कि कल फोन करिए, बात कर लेंगे तो वे हंसने लगे.”
कथा से पहले हुई मुलाकात की बातमनोज त्यागी ने आगे बताया, “कुल मिलाकर बात यह हुई कि उन सज्जन ने कहा कि बाबा बागेश्वर की कथा करानी है. मैंने कहीं उनकी फोटो देखी थी और किसी से सुना भी था. इसलिए मैंने कहा कि कथा बाद में करेंगे, पहले तो मुलाकात करेंगे. मेरा ऐसा मानना है कि किसी भी व्यक्ति के साथ काम करो तो टीवी पर लाने से पहले उनकी वाणी को सुन लें, वो क्या संदेश देना चाहते हैं इसके बारे में जान लें. कहीं कोई ऐसा कंटेंट न जाए, जिससे लगे कि हम समाज में गलत चीज को परोस रहे हैं.”
‘उनके दरबार में बैठकर सुनी कथा’- मनोज त्यागी18 सितंबर 2021 की तारीख याद करते हुए मनोज त्यागी ने कहा, “मेरी जब उनसे मुलाकात हुई तो उनका दिव्य दरबार चल रहा था. मैं देख रहा था. काफी लोग थे. मैं भी दरबार में बैठ गया. वे अपने बालक स्वरूप में थे. उन्होंने मुझसे कहा कि बोलिए त्यागी जी, क्या मांगने आए हैं? दो-तीन घंटे के अंदर मैं समझ गया कि अगर इनके ऊपर काम किया जाए तो अच्छा हो सकता है.”
‘युवाओं को आगे लाना मेरा उद्देश्य’मनोज त्यागी ने आगे कहा, “मेरा मानना था कि युवाओं को आगे लाना चाहिए, क्योंकि आगे आने वाली पीढ़ी युवाओं से जुड़ रही है. जब उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या चाहते हो तो मैंने कहा- आपको. मैंने कहा गीता में लिखा था कि एक तरफ पूरी सेना है और दूसरी तरफ कृष्ण हैं. मैं आपको कृष्ण रूप में अपने पास चाहता हूं. मैंने उनसे एक साल के लिए टीवी पर साथ काम करने के लिए कहा तो उन्होंने स्वीकार कर लिया.”
विदेश यात्रा से लौटे हैं धीरेंद्र शास्त्रीआज धीरेंद्र शास्त्री संत रूप में, मित्र रूप में और पुत्रर रूप में भी मेरे साथ हैं. मेरे उनके साथ तीनों रिश्ते हैं. धीरेंद्र शास्त्री ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और फिजी की यात्रा करने के बाद जब भारत लौटे तो सीधा मुंबई गए. मुंबई में उनकी तीन दिन की कथा थी. मनोज त्यागी ने कहा कि अब और भी ज्यादा लोग चाहते हैं कि बाबा बागेश्वर की कथा करवा सकें, लेकिन अब धीरेंद्र शास्त्री के पास समय ही नहीं है.

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