भास्कर न्यूज | जालंधर आर्य समाज मंदिर, मॉडल टाउन में भक्तों ने साप्ताहिक सत्संग किया। पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री एवं पंडित बुद्धदेव वेदालंकार ने यज्ञ करवाया। इसके मुख्य यजमान प्रमिला अरोड़ा रहे। इसके बाद पंडित सुरेंद्र आर्य ने भजनों की प्रस्तुति दी। पंडित शास्त्री ने कहा िक गीता में भगवान श्री कृष्ण जी ने कहा है समाज में गुण, कर्म, स्वभाव के अनुसार ही चार वर्ण बनाए गए। इनमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। कुछ लोग अपने स्वार्थ के कारण समाज में वर्ण व्यवस्था पर विघटन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी विघटन के कारण हम गुलाम हुए। हमें अतीत से शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज व्यवस्था में गुरुकुल शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राष्ट्र की नींव है, जहां से वैदिक शिक्षा, संस्कृति, सभ्यता का पाठ पढ़ाया जाता है। इसके माध्यम से एक-दूसरे के सहयोग से समाज राष्ट्र चलता है। इस मौके पर डॉक्टर ऋषि कुमार आर्य, डॉक्टर निधि मल्होत्रा, डॉ. विभा आर्य, मनीष बक्शी, अजय सचदेवा, मोहन चावला, बलदेव मेहता, पवन कुमार पाल, प्रियव्रत शास्त्री, उमा तनेजा, कमलेश नागरथ समेत अन्य मौजूद रहे।
समाजिक व्यवस्था में गुरुकुल शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण : सत्य प्रकाश शास्त्री
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