गैंगस्टर लॉरेंस ने कुलदीप बिश्नोई को धमकाया:कहा- मैं महासभा अध्यक्ष के साथ, तानाशाह को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे

by Carbonmedia
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अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया के समर्थन में गैंगस्टर लॉरेंस आ गया है। लॉरेंस के नाम से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सामने आई है, जिसमें उसने भाजपा नेता व पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई का नाम लिए बिना अंजाम भुगतने की धमकी दी है। हालांकि, दैनिक भास्कर इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करता है। कथित पोस्ट में लॉरेंस ने लिखा है कि एक व्यक्ति ने बिश्नोई महासभा को अपने चंगुल में फंसा रखा था और तानाशाह की तरह महासभा चला रहा था। मैं और मेरे साथी उस तानाशाह को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, क्योंकि उसने बूड़िया से बदतमीजी की थी। नवंबर 2024 में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान पद को लेकर विवाद शुरू हुआ, जब तत्कालीन संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने मौजूदा प्रधान बूड़िया को पद से हटाने की कोशिश की। बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई का दबाव मानने से इनकार कर दिया और लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव की घोषणा करते हुए महासभा में कुलदीप बिश्नोई के संरक्षक पद को समाप्त कर दिया। इसी विवाद के बीच 24 जनवरी को बूड़िया के खिलाफ आदमपुर में रेप का केस दर्ज हुआ। 29 जून को बूड़िया को गिरफ्तार किया था। कल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पेशी से पहले बूड़िया की तबीयत बिगड़ गई थी। गैंगस्टर लॉरेंस ने कथित पोस्ट में क्या लिखा… लॉरेंस की कथित पोस्ट… बूड़िया के वकील ने मेदांता शिफ्ट करने को कहा
देवेंद्र बूड़िया के वकील पवन रापड़िया ने हिसार कोर्ट में बूड़िया की बीमारी का हवाला देकर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट करने की मांग की है। बूड़िया की गिरफ्तारी के बाद से ही तबीयत खराब चल रही है। रविवार को उनको जिंदल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बूड़िया का ब्लड प्रेशर बार-बार ऊपर नीचे हो रहा है। इसी कारण पुलिस ने उसका रिमांड नहीं मांगा था। बूड़िया को डॉक्टरों की निगरानी की टीम में रखा गया है। हर घंटे में उनका बीपी चेक किया जा रहा है। कुलदीप बिश्नोई और देवेंद्र बूड़िया का विवाद जानिए… विधायक पर बदतमीजी का आरोप लगाया
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का विवाद हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के बाद हुआ था। महासभा के तत्कालीन संरक्षक कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर सीट से हार गए। इस दौरान तत्कालीन महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया सोशल मीडिया पर लाइव आए। उन्होंने कुलदीप के करीबी भाजपा विधायक रणधीर पनिहार पर बदतमीजी का आरोप लगाया। हालांकि, पनिहार ने इन आरोपों को नकार दिया। कुलदीप ने बूड़िया को पद से हटाया
इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने बूड़िया को अध्यक्ष पद से हटा दिया। कुलदीप ने परसराम बिश्नोई को नया अध्यक्ष बनाते हुए बूड़िया को समाज को तोड़ने वाला व्यक्ति बताया। इसके बाद बूड़िया ने जोधपुर में महासभा की बैठक की और कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने का प्रस्ताव पास कर दिया। बूड़िया ने इसके लिए कुलदीप के छोटे बेटे चैतन्य के अंतरजातीय विवाह का हवाला दिया। बूड़िया ने कुलदीप से बिश्नोई रत्न सम्मान भी वापस लेने का ऐलान किया। कुलदीप ने संरक्षक पद छोड़ा
दिसंबर 2024 में कुलदीप ने 12 साल बाद महासभा के संरक्षक का पद छोड़ दिया। कुलदीप ने पद छोड़ने के पीछे निजी कारण बताए। इस्तीफा देते हुए कुलदीप ने कहा- ऐसे व्यक्ति को प्रधान बनाएं, जो नशा न करता हो। हालांकि, अभी तक चुनाव नहीं हो पाए।

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