Noida Traffic News: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वाहनों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी ने ट्रैफिक व्यवस्था की कमर तोड़ दी है. हर वर्ष औसतन एक लाख नए वाहन सड़कों पर उतर रहे हैं, लेकिन उनके अनुसार सड़क ढांचा और ट्रैफिक प्रबंधन तैयार नहीं हो पाया है. वर्ष 2021 से 2024 तक कुल 4.2 लाख से अधिक वाहनों का पंजीकरण हो चुका है, जिससे सड़कें जाम और दुर्घटनाओं का केंद्र बनती जा रही हैं. लोगों का इन रास्तों से गुजरना दुश्वार हो गया है.राहगीर नोएडा के जाम में घंटो तक फंसे रहते हैं. ये जाम नोएडा वालों और आम जन के लिए सिरदर्द बन गया है. इस जाम ने प्रशासन या ट्रैफिक पुलिस की नाकामी पर सवाल खड़े कर दिए हैं
हर साल बढ़ रही वाहनों की संख्यानोएडा में जाम से हर कोई प्रभावित है चाहें वो नोएडावासी हो या नोएडा में नौकरी करने आ रहा कोई कर्मचारी हो जाम ने सभी की कमर तोड़ रखी है. बता दें हर साल शहर में वाहनों की संख्या में वृद्धि होती नजर आ रही है. साल 2021 में 72,777 वाहन पंजीकृत हुए थे, वहीं 2022 में 1,00,878, इसके अलावा 2023 में 1,21,927 और साल 2024 में 1,08,000 वाहन पंजीकृत हुए हैं.
ऑटोमोबाइल कंपनियों के अधिकारी राम प्रसाद मिश्रा के अनुसार, तेजी से बढ़ते वाहनों की तुलना में बुनियादी ढांचा बेहद कमजोर है. यही कारण है कि शहर के प्रमुख मार्गों और चौराहों पर दिन-रात जाम की स्थिति बनी रहती है. खासतौर पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, गौर सिटी चौक, परी चौक, बिसरख, बीटा-2, क्रॉसिंग रिपब्लिक, एकेटी-76 और छिजारसी बॉर्डर जैसे क्षेत्रों में ट्रैफिक का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है.
ग्रामीण क्षेत्र में भी खरीद रहे हैं गाड़ियांकेवल निजी वाहन ही नहीं, सरकारी विभागों और कॉर्पोरेट कंपनियों की गाड़ियों में भी बड़ा इजाफा हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब लोग नई गाड़ियां खरीद रहे हैं. मगर, मास्टर प्लान के अनुरूप सड़क विकास और ट्रैफिक सिस्टम में सुधार नहीं हो सका है.
जिससे शहर का यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है. यदि यही रफ्तार बनी रही तो आने वाले वर्षों में नोएडा-ग्रेनो की सड़कें पूरी तरह जाम में घिर सकती हैं. समय रहते प्रभावी योजना और ट्रैफिक मैनेजमेंट जरूरी है.
Noida Traffic News: नोएडा में जाम ने तोड़ रखी है राहगीरों की कमर, हर साल बढ़ रहे इतने लाख वाहन
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