Himachal Pradesh Weather Alert: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 10 दिनों में ही भारी तबाही मचाई है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. मंडी जिले में बादल फटने की कई घटनाएं सामने आई हैं. करसोग उपमंडल में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है.
खेत बह गए हैं और सड़कें बंद हो गई हैं. एक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग लापता हैं. मंडी के गोहर क्षेत्र के स्यांज गांव में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जहां 9 लोग लापता बताए जा रहे हैं. हालांकि, मां-बेटी को समय रहते बचा लिया गया.
बारिश के चलते मंडी जिले के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है. पंडोह बाजार में जलभराव से हालात बिगड़ गए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया. बाखली और कुकलाह पुल बह गए हैं. वहीं चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भी बंद हो गया है. पटीकरी जल विद्युत परियोजना को भी भारी नुकसान हुआ है.
घर-गौशालाएं, घोड़े-बकरियां और पशु बहेमंडी में 50 लोगों को अलग अलग जगह से रेस्क्यू किया गया. 11 और 13 नंबर टनल में मंडी-मनाली रोड पर हणोगी के पास भारी बारिश और लैंडस्लाइड हुआ है. टनल बंद हो गई है. बताया जा रहा है कि टनल में कुछ लोग फंसे हुए हैं. मंडी के ही धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की लौंगनी पँचायत के गांव स्याठी गांव में रात को हुई बारिश से एक दर्जन घर, गौशालाएं, दर्जनों घोड़े, पशु-बकरियों के बहने की सूचना है.
भारी बारिश से पंडोह डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिस कारण लगभग डेढ़ लाख क्यूसेक पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है. मंडी शहर में ब्यास नदी का पानी पंचवक्त्र मंदिर तक पहुंच गया. धर्मपुर की लौंगनी पंचायत में कई घर, गौशालाएं और मवेशी पानी की चपेट में आ गए. इंदिरा आवास कॉलोनी और रघुनाथपुर इलाके में रात भर राहत-बचाव अभियान चलता रहा.
15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गयाहमीरपुर जिले के सुजानपुर के खेरी गांव में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से दो दर्जन से ज्यादा लोग फंस गए. राहत की बात यह है कि पुलिस ने अब तक 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. उधर सुजानपुर में ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. खतरे को देखते हुए सुजानपुर पुल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है.
जगह-जगह हो रहे लैंडस्लाइडशिमला में बीते तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है, जिससे हालात बिगड़ गए हैं. कई संपर्क मार्ग बंद हैं. जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहे हैं. विद्युत परियोजनाओं में गाद आने से शहर में आने वाली पानी की आपूर्ति बाधित हुई है. अभी तक गनीमत ये रही है कि शिमला में अभी बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
भारी बारिश होने की संभावनामंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए मंगलवार को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और नदी-नालों से दूर रहें. अगले 3 घंटों में बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है.
हिमाचल के मंडी में बादल फटने से तबाही, कई घर और पशु बहे, 11 लोग लापता
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