अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू: 200 CCTV कैमरे, किले में तब्दील बेस कैंप, जानें क्या है तैयारी

by Carbonmedia
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Jammu and Kashmir News: अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है, लेकिन इससे एक दिन पहले यानी 2 जुलाई को जम्मू से पहला जत्था बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होगा. यात्रा की शुरुआत के पहले चरण में देशभर से आए भगवान भोलेनाथ के भक्तों को जम्मू के भगवती नगर स्थित अमरनाथ यात्री निवास में जाने की इजाजत दे दी गई.
यात्रा के पहले जत्थे में पहुंचने वाले भक्तों वालों का उत्साह देखते ही बनता है. जैसे ही यह वक्त अमरनाथ बेस स्टेशन के पास पहुंचे तो पूरा बेस स्टेशन बम बम भोले के नारों से गूंज उठा.
200 से अधिक CCTV कैमरे 
इससे पहले श्रद्धालु जम्मू के भगवती नगर स्थित अमरनाथ बेस कैंप पहुंच चुके हैं. सुरक्षा के मद्देनज़र कैंप को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस, स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप, सिक्योरिटी विंग और अर्धसैनिक बल मिलकर सुरक्षा संभाल रहे हैं.
बेस कैंप में 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनमें फेस रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, ताकि कोई शरारती तत्व अगर इस कैंप के आसपास दिखाई देता है, तो सुरक्षा बलों को उसकी खबर तुरंत थी लग जाएगी. इसके साथ ही बेस कैंप के आसपास कई वॉचटावर भी लगाए गए है. यात्रियों की रजिस्ट्रेशन और RFID कार्ड चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है.
इस बार श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से आए भक्तों ने कहा कि वे किसी भी डर से पीछे नहीं हटेंगे और हर हाल में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करेंगे. बम बम भोले के जयकारों के साथ इस साल की यात्रा का पहला चरण शुरू हो गया है.
उत्तर प्रदेश से आए भक्तों ने कहा कि वे आतंकी हमलों के बावजूद यात्रा रद्द नहीं करेंगे, ताकि पाकिस्तान परस्त ताकतों को करारा जवाब मिल सके. मध्य प्रदेश की महिलाओं समेत कई श्रद्धालुओं ने भारतीय सेना और सुरक्षा बलों पर पूरा भरोसा जताते हुए हर हाल में दर्शन की इच्छा जताई.
बेस कैंप में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं में भरोसा
अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे के आगमन के साथ ही जम्मू के भगवती नगर स्थित बेस कैंप को सुरक्षा बलों ने पूरी तरह घेरे में ले लिया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस, स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप, सिक्योरिटी विंग और अर्धसैनिक बल मिलकर सुरक्षा संभाल रहे हैं.
इसके बाद सुरक्षा काे देखते हुए बेस कैंप के आसपास 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और वॉचटावर लगाए गए हैं, जिनमें फेस रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है. पार्किंग पर रोक है और चप्पे-चप्पे पर क्विक रिएक्शन टीम्स तैनात हैं.
इसके साथ ही श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन और RFID कार्ड जांच के बाद ही एंट्री दी जा रही है. हालांकि पहलगाम आतंकी हमले के बावजूद श्रद्धालुओं ने सुरक्षा एजेंसियों पर भरोसा जताते हुए यात्रा जारी रखी है.

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