रेलवे का किराया बढ़ने पर कांग्रेस का बीजेपी पर तंज, देवेंद्र यादव ने पूछा- ‘क्या नाम बदलने से सुधरेंगे हालात?’

by Carbonmedia
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Delhi News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  देवेन्द्र यादव ने रेलवे द्वारा किराया बढ़ाने और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि क्या नाम बदलकर रेलवे सुविधाओं में सुधार होगा और क्या रेलवे द्वारा किराया बढ़ाने से सुविधाएं बेहतर होंगी तथा दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हो पाएगा.देवेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी की केन्द्र सरकार द्वारा एक जुलाई से रेल टिकट की दरों में बढ़ोत्तरी करने पर गरीब और जरुरतमंद देशवासियों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा. रेलवे टैरिफ बढ़ोतरी करके वित्त वर्ष में 92,820 करोड़ रुपये अतिरिक्त राजस्व वसूला जाएगा.
लंबी दूरी की ट्रेनों में 1000 किलोमीटर का सफर करने के लिए एसी टिकट 20 रुपये महंगा, स्लीपर का 10 रुपये महंगा और वहीं जनरल टिकट जिसमें गरीब और मजबूर श्रमिक वर्ग सफर करता है, उसके प्रति टिकट पर 5 से 15 रुपये बढ़ाकर रेलवे ने जनता से सीधी वसूली करके अपना खजाना भरने का इंतजाम किया है.बीजेपी स्टेशन का नाम बदलने की राजनीति कर रही हैदेवेंद्र यादव ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जहां मुख्य रूप से सुविधाओं का अभाव है. वहां सरकार जनता को सुविधाएं देने और वहां की दशा सुधारने की जगह इस स्टेशन का नाम बदलने की कवायद में लगी है. मैं पूछना चाहता हूं कि आए दिन रेल हादसों पर सरकार कुछ सबक क्यों नही लेती.
लगातार रेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने में विफल बीजेपी सरकार एक तरफ रेल किरायों में बढ़ोतरी करके देशवासियों पर अतिरिक्त आर्थिक बौझ डाल रही है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी स्टेशन का नाम बदलने की राजनीति कर रही है.खाली जा रही है ट्रेनदेवेंद्र यादव ने कहा कि एमएसटी धारकों और लोकल ट्रेनों को राहत देने के नाम पर रेलवे ने मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के किरायों में बढ़ोतरी की अधिसूचना करके 500 कि0मी0 से अधिक दूरी की यात्रा में जनरल, स्लीपर, फर्स्ट क्लास और एसी ट्रेनों की सभी श्रेणियों में नया बढ़ोतरी वाला टैरिफ लागू कर दिया है.
जहां एक तरफ वंदे भारत एक्सप्रेस में अधिक किराया होने के कारण ट्रेन खाली जा रही है. वहीं, नया टैरिफ शताब्दी, राजधानी, तेजस, दुरंतो, वंदे भारत, हमसफ़र, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय गरीब रथ, जनशताब्दी, युवा एक्सप्रेस, अनुभूति कोच एवं एसी विस्टाडोम में लागू होगा.जानवरों की तरह भरकर ट्रेनों में अपने घर जाने को मजबूर हैंदेवेन्द्र यादव ने कहा कि जिन साधारण और नॉन एसी ट्रेनों में गरीब जनता सफर करती है उसमें द्वितिय श्रेणी, स्लीपर का प्रति कि0मी0 आधा पैसा बढ़ोतरी के तहत 501-1000 किमी तक 5 रुपये, 1501-2500 किमी तक 10 रुपये और 2501-3000 किमी के टिकट पर 15 रुपये की बढ़ोतरी की है. जबकि नान एसी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की द्वितिय, स्लीपर और प्रथम श्रेणियों में एक पैसा प्रति किमी की बढ़ोतरी का निर्णय लिया है. लेकिन होली, दिवाली, छठ व अन्य अवसरों पर विशेष अतिरिक्त गाड़ियों की व्यवस्था करने में रेलवे हमेशा नाकाम साबित होता है और बिहार, यूपी और अन्य राज्यों के प्रवासी गरीब, श्रमिक वर्ग लटकर, जानवरों की तरह भरकर ट्रेनों में अपने घर जाने को मजबूर हैं.देवेन्द्र यादव ने कहा कि रेलवे टिकट टैरिफ में बढ़ोतरी करने से पहले सरकार को ट्रेनों की बढ़ती दुर्घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के लिए काम करना चाहिए. रेलवे स्टेशनां और ट्रेनों में सुविधाओं को व्यवस्थित करना चाहिए और विशेष रुप से गंदगी की मार झेल रहे रेलवे में सफाई और स्वच्छता पर अधिक ध्यान देने की जरुरत है, जिसका बड़ा कारण रेलवे में रिक्त पड़े पद और निजीकरण भी है.

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