चिराग पासवान के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. उनकी पार्टी एलजेपीआर ने एक आंतरिक सर्वे कराया है, जिसकी शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार चिराग पासवान के लिए शाहबाद क्षेत्र की सीटें उपयुक्त मानी जा रही हैं. हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है और जल्द ही पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक बुलाई जा सकती है. बिहार में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में चिराग पासवान की सीट को लेकर यह खबर महत्वपूर्ण हो जाती है. इस बीच, चिराग पासवान के चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच जुबानी जंग भी छिड़ गई है. एक ओर उनकी पार्टी और करीबी इस फैसले से खुश हैं, तो दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम माझी लगातार इस पर ऐतराज जता रहे हैं. माझी ने कहा है कि “बिहार में नीतीश के नेतृत्व में मोदी जीके नेतृत्व में एक अच्छी सरकार चल रही है जो हर क्षेत्र में तेजी से विकास कर रही है। सो यहाँ पर अभी किसी और की जरूरत नहीं है।” उन्होंने 2020 के चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि “2020 में जो उनका हश्र हुआ था, वहीं फिर इस बार जो आपको याद होना चाहिए की 2020 में चिराग एनडीए से अलग होकर लड़े थे। जदयू के खिलाफ़ हर सीट पर उम्मीदवार दिया था। मात्र एक सीट जीत पाए थे लेकिन उन्होंने 43 सीटों पे ही समेट दिया था।” चिराग पासवान के जीजा और सांसद अरुण भारती ने एक्स पर पोस्ट कर संकेत दिया है कि चिराग पासवान विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि 29 जून को चिराग ने नालंदा में एक रैली में कहा था कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना है कि चिराग पासवान को एक सामान्य सीट से चुनाव लड़ना चाहिए ताकि यह संदेश जाए कि वह पूरे बिहार का नेतृत्व करने के लिए मैदान में हैं.
Bihar Elections: Chirag Paswan का ‘प्लान’ Shahabad, NDA में घमासान!
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