फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने नवजात की खरीद-फरोख्त में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला मंडी गोबिंदगढ़ के दीप अस्पताल का है। यहां एक महिला ने बेटे को जन्म दिया। गरीबी के कारण बच्चे के पिता तलजिंदर सिंह ने उसे बेचने का फैसला किया। आशा वर्कर कमलेश कौर, उसके पति भीम सिंह, दाई चरण कौर और जालंधर की अमनदीप कौर उर्फ अमृता ने यह सौदा कराया। 23 जून को इन्होंने नवजात को रूपिंदर कौर और बेअंत सिंह को 4 लाख रुपए में बेच दिया। दंपती बच्चे को कार से कोलकाता ले गए। बच्चें के फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर कोलकाता ले गए
सौदे के बाद पैसों को लेकर विवाद हुआ। बच्चे के पिता को फर्जी नोट दिए गए। मामला पुलिस तक पहुंचा। 27 जून को तलजिंदर सिंह, कमलेश कौर, भीम सिंह, चरण कौर और अमनदीप कौर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि बच्चा कोलकाता भेजा गया है। एसएचओ मनप्रीत सिंह कोलकाता पहुंचे। 29 जून को रूपिंदर कौर, बेअंत सिंह और प्रशांत परासर को गिरफ्तार किया। नवजात को सकुशल बरामद कर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी कोलकाता को सौंपा गया। आरोपियों को कोलकाता की अदालत में पेश करने के बाद पंजाब लाया गया। जांच में पता चला कि बच्चे का फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर कोलकाता ले जाया गया था।
फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह को पकड़ा:पंजाब से कोलकाता तक फैला नेटवर्क, 4 लाख में बेचा बच्चा; 8 आरोपी गिरफ्तार
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