हिसार जिले के बरवाला नगरपालिका द्वारा वार्ड नंबर-3 में लगभग 15 लाख रुपए की लागत से बनाए जा रहे पार्क के निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। स्थानीय पार्षद और कई नागरिकों ने निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग और कार्य मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए नगरपालिका प्रशासन से तत्काल जांच की मांग की है। वार्ड नंबर 3 के पार्षद राजा मेहता ने बताया कि पार्क की चारदीवारी और ग्रेनाइट पत्थरों के लगाने और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कई बार निर्माण कार्य की अनियमितताओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को सूचित कर चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद कार्य में सुधार नहीं किया गया। उन्होंने ठेकेदार पर निर्माण कार्य में धांधली करने का आरोप लगाया है। जूनियर इंजीनियर से की शिकायत राजा मेहता ने कहा, “नगरवासियों की मेहनत की कमाई से टैक्स के माध्यम से इकट्ठा की गई राशि को अगर इस तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जाएगा तो यह निंदनीय है। नगर पालिका के जूनियर इंजीनियर प्रवीण कुमार से मिलकर मौके पर जांच की मांग की है और उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस विषय को गंभीरता से लेगा। नगरपालिका के जेई का बयान वहीं, इस पूरे मामले में नगरपालिका के जेई प्रवीण कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्क के निर्माण कार्य पर करीब 15 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है, जिसमें चारदीवारी निर्माण, ग्रेनाइट लगाना सहित अन्य सौंदर्यीकरण से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि निर्माण गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है। जेई प्रवीण कुमार ने कहा, “निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता और तय मानकों के अनुसार करवाया जाएगा। किसी भी ठेकेदार को गुणवत्ता से समझौता करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम खुद मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे और यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।” निष्पक्ष जांच नहीं करवाने का आरोप स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई गई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को लेकर अब यह मुद्दा बरवाला की आम जनता में चर्चा का विषय बन गया है।
हिसार में पार्क निर्माण में घोटाले का आरोप:पार्षद ने की जांच की मांग, बोले-घटिया सामग्री और मानकों की अनदेखी
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