रेवाड़ी के पुलिस अधीक्षक हेमेंद्र कुमार मीणा ने साइबर ठगी से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि कोई भी सरकारी अधिकारी कभी ऑनलाइन माध्यम से पैसों की मांग नहीं करता। साइबर ठग अक्सर सीबीआई, पुलिस, ईडी या कस्टम अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं। फर्जी वारंट दिखाकर डराते है उन्होंने बताया कि फर्जी अरेस्ट वारंट दिखाकर लोगों को डराते और धमकाते हैं। कई बार एयरपोर्ट या अन्य जगहों से पार्सल बुक होने का झूठा दावा करते हैं। वे पार्सल में नशीले पदार्थ होने का हवाला देकर लोगों को धमकाते हैं। ठग अक्सर पार्सल में कपड़े, लैपटॉप, क्रेडिट कार्ड या पासपोर्ट होने की झूठी जानकारी देते हैं। वे फर्जी पुलिस आईडी भेजकर गिरफ्तारी की धमकी देते हैं। बातों में आकर पैसे न करें ट्रांसफर एसपी मीणा ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई इस तरह की ठगी का शिकार होता है, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें। इससे फ्रॉड की राशि को तुरंत फ्रीज किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी अनजान व्यक्ति की बातों में आकर पैसे ट्रांसफर न करें। साइबर ठगी का शिकार होने पर घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराए।
रेवाड़ी एसपी ने जनता से की अपील:फर्जी CBI-पुलिस अधिकारी की कॉल से रहें सावधान, 1930 पर करें कॉल
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