UP News: उत्तर प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग ने 119 राजनीतिक दलों को नोटिस भेजा है. इन राजनीतिक दलों ने बीते 6 साल में किसी भी चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया है. राज्य निर्वाचन आयोग का यह निर्णय ऐसे वक्त में आया है जब भारत निर्वाचन आयोग ने कई पार्टियों को नोटिस भेजने के जानकारी की पुष्टि की थी.
आयोग की नोटिस में कहा गया है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29ए के प्राविधानों के अन्तर्गत भारत निर्वाचन आयोग में पंजीकृत उत्तर प्रदेश राज्य के 119 पंजीकृत अमान्यत्ता प्राप्त राजनैतिक दलों द्वारा वर्ष 2019 से वर्ष 2024 (06 वर्षों) के मध्य आयोग द्वारा आयोजित निर्वाचनों में एक भी चुनाव नहीं लड़े जाने के फलस्वरूप भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के पत्र सं 56/2025/पी०पी०एस०-III, दिनांक 20 जून, 2025 द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में पार्टियों को “कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
आजम खान के समर्थन में नारे लगने पर भड़के अखिलेश यादव के करीबी, कहा- हमारे सबसे बड़े नेता…
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने क्या कहा?अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी, चन्द्रशेखर द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि कार्यालय मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा उपरोक्त पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को जारी ‘कारण बताओ नोटिस पार्टी के पंजीकृत पते पर रजिस्टर्ड डाक द्वारा प्रेषित किया गया है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने पत्र में कहा है कि ‘कारण बताओ नोटिस के सम्बंध में उक्त पार्टी के अध्यक्ष/महासचिव अपना प्रत्यावेदन हलफनामा एवं सुसंगत अभिलेखों के साथ दिनांक 14 जुलाई, 2025 तक उपलब्ध करा सकते हैं एवं सुनवाई हेतु नियत दिनांक 21 जुलाई, 2025 को मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के समय के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष उपस्थित हो सकते हैं.
2/2 pic.twitter.com/tQIsKGEGXE
— CEO UP (@ceoup) July 2, 2025
पत्र के अनुसार यदि पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस के सम्बन्ध में निर्धारित तिथि के भीतर प्रत्यावेदन उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो यह माना जायेगा कि पार्टी को इस मामले में कुछ नहीं कहना है और पार्टी को राजनैतिक दलों की सूची से हटाये जाने के सम्बंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उ०प्र० की ओर से संस्तुति सहित प्रस्ताव भारत निर्वाचन आयोग को प्रेषित कर दिया जायेगा.