पंचकूला में गुलैल गैंग का पर्दाफाश:पुलिस ने टैटू से की पहचान, 2 गिरफ्तार, MP के जंगलों से था कनेक्शन

by Carbonmedia
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पंचकूला जिला पुलिस ने देश की कुख्यात ‘गुलैल गैंग’ या ‘कच्छा बनियान गैंग’ के पांच सदस्यों को पकड़ा है। इनमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है, तीन से पूछताछ जारी है। गैंग की पहचान सीसीटीवी फुटेज में दिखे एक आरोपी के हाथ पर बने टैटू से हुई। पंचकूला में वारदात के दौरान आरोपी कैमरे में कैद हो गया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे ट्रैक कर पकड़ा। एक अन्य सदस्य को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया गया। आदिवासी इलाकों से जुड़ा गैंग डीसीपी क्राइम अमित दहिया के मुताबिक यह गैंग मध्यप्रदेश के घने जंगलों और आदिवासी इलाकों से जुड़ा है। यहां से निकलकर ये अपराधी देश के कई राज्यों में वारदातें करते थे। गैंग के सदस्य मोबाइल फोन नहीं रखते थे। जंगलों में छिपकर रहते और सुनसान मकानों को निशाना बनाते थे। गैंग पर हत्या, लूट, डकैती और चोरी के 30 से ज्यादा संगीन अपराध दर्ज हैं। गैंग की कार्यशैली बेहद खौफनाक थी डीसीपी दहिया के नेतृत्व में इंस्पेक्टर दलीप सिंह और क्राइम यूनिट की टीम ने दिन-रात मेहनत कर गिरोह को पकड़ा। ये लोग पहले इलाके की रेकी करते, फिर रात के अंधेरे में हमला बोलते। किसी भी घर में घुसने के बाद परिवार को एक कमरे में बंद कर देते और विरोध करने पर गुलैल या लोहे की रॉड से जानलेवा हमला करते। वारदात से पहले शराब पीते, ताकि खुद को मानसिक रूप से हिंसक बना सके। फरीदाबाद में 40 लाख की डकैती पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, यह गैंग पिछले 15-20 दिनों में फरीदाबाद में 40 लाख रुपए की डकैती को अंजाम दे चुका है। वहीं पंचकूला के सेक्टर-2, बिटना रोड और टिपरा सहित अन्य चार इलाकों में भी इन्होंने वारदात की कोशिश की, लेकिन स्थानीय नागरिकों की सतर्कता और पुलिस की मुस्तैदी के चलते यह नाकाम रहे। 30 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज डीसीपी क्राइम ने कहा कि इन अपराधियों के खिलाफ हरियाणा और देश के अन्य राज्यों में 30 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। उन्होंने हरियाणा व अन्य राज्य की पुलिस से अपील की कि इन आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर लूट और डकैती की रकम की बरामदगी सुनिश्चित की जाए। जनता से सीधे जुड़ने की पहल डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने एक अनूठी पहल करते हुए जनता से सीधे जुड़ने के लिए अपना नंबर 81466-30006 जारी किया है। उन्होंने अपील की, कि यदि किसी को किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि की जानकारी हो, तो बिल्कुल बेझिझक संपर्क करें, पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। पंचकूला क्राइम ब्रांच की यह कार्रवाई पुलिस के स्मार्ट एनालिसिस, सूझबूझ और टीमवर्क की मिसाल बन गई है। अब देखना होगा कि देशभर में फैले इस नेटवर्क के बाकी सदस्यों तक पुलिस कब तक पहुंच पाती है।

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