पुन्हाना शहर थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध जच्चा बच्चा केंद्र व अस्पतालों पर जिले का स्वास्थ्य विभाग गंभीर दिखाई दे रहा है। बीते माह पुन्हाना में दो अस्पतालों पर छापेमारी के बाद बुधवार को शहर थाना के सामने एसएस हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर पर छापेमारी की। अस्पताल अंदर से खाली मिला जहां पर पास में खुला मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों को देख रहा था। पूछताछ करने पर अस्पताल का ठिकाना जुरहेडा रोड पर बिजली कार्यालय के पास पता चला तो स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कार्यवाही करते हुए अस्पताल को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का आरोप है। अस्पताल संचालक शब्बीर के खिलाफ पुन्हाना सिटी थाना में शिकायत दे दी है। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अस्पताल का दरवाजा था बंद,अंदर चल रहा था इलाज डिप्टी सिविल सर्जन डॉ मनप्रीत तेवतिया ने बताया कि विभाग के मुख्य कार्यालय से शिकायत मिली थी की पुन्हाना के एसएस हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते है। शिकायत पर कार्यवाही करते हुए बुधवार को सिटी चौकी के सामने स्थित एसएस हॉस्पिटल पर छापेमारी की। हॉस्पिटल के बाहर बोर्ड लगा हुआ था लेकिन अंदर से खाली था। अस्पताल का दरवाजा बाहर से बंद। जब टीम दरवाजा खुलवाकर अंदर पहुंची तो वहां मेडिकल बेड लगे हुए थे और मरीजों का इलाज किया जा रहा था। एक महिला को ग्लूकोस भी चढ़ाया जा रहा था। पूछताछ करने पर पता चला कि अस्पताल परिसर में ही मौजूद मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों की देखरेख कर रहा था। पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। टीम ने तत्काल सभी मरीजों को दूसरे स्थानों पर शिफ्ट कर अस्पताल परिसर को सील कर दिया। पूछताछ पर पता चला की एक दिन पहले ही अस्पताल संचालक हॉस्पिटल के सामान को जुरहेडा रोड पर बिजली कार्यालय के पास ले गया। रिकॉर्ड के साथ कार्यालय बुलाया जब टीम वहां पहुंची तो अस्पताल शुरू नहीं हुआ था। वहां अस्पताल संबंधी सामान जरूर रखा मिला। टीम ने नोटिस देकर डिलिवरी रिकाॅर्ड, दवाईयों के बिल व अस्पताल में इलाज करवा रही गर्भवती महिलाओं से संबंधित सभी दस्तावेजों के साथ अस्पताल संचालक डॉक्टर सरफराज को गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय में तलब किया है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर मनप्रीत ने बताया कि ऐसी जानकारी मिली थी कि जिन गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी पलवल जिले में हुई थी उनका रिकाॅर्ड यहां भी दिखाया जा रहा है। यह कानूनी तौर पर अवैध है। उन्होंने बताया कि अस्पताल संचालक रिकाॅर्ड दिखाने में असफल रहा तो उसके खिलाफ भी एफआईआर
नूंह में अस्पताल पर रेड:फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने की शिकायत पर हुई कार्रवाई, हॉस्पिटल को किया सील
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