मिशन-27 के लिए अखिलेश यादव का इस जिले में आवास बनकर तैयार, पूर्वांचल को साधने का करेंगे काम

by Carbonmedia
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UP News: पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आजमगढ़ में आवास जिले के अनवरगंज में बनकर तैयार हो गया है. जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर 72 बिस्वा में बने इस नए आशियाने में रहने के साथ ऑफिस भी बनाया गया है. आजमगढ़ के इसी नए आशियाने से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पूर्वांचल को साधने का काम करेंगे. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस आशियाने के निर्माण की मॉनिटरिंग आजमगढ़ से लोकसभा सांसद धर्मेन्द्र यादव के साथ पार्टी के पदाधिकारी कर रहे हैं.
सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी बड़े भाई अखिलेश यादव के आगमन को लेकर आजमगढ़ में डेरा डाल दिया है. तीन जुलाई को जिले के दौरे पर आ रहे अखिलेश यादव इस नए ठिकाने का शुभारंभ कर कार्यकर्ताओं को भी सम्बोधित करेंगे. अखिलेश यादव के आगमन को लेकर तैयारियों जोरों पर चल रही हैं. आजमगढ़ लोकसभा सीट पर 2014 में मुलायम सिंह यादव चुनाव जीते थे, जिसके बाद 2019 में अखिलेश यादव चुनाव जीते. साल 2024 में सपा सुप्रीमो के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव आजमगढ़ से सांसद हैं, ऐसे में सपा आजमगढ़ को अपनी परंपरागत सीट मानती है.
आजमगढ़ सीट से मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव सांसद रहे हों या वर्तमान सांसद धर्मेन्द्र यादव यह सभी लोग आजमगढ़ से इमोशनल रिश्ता जोड़ते हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी जनसभाओं में भी इस बात को कहा करते थे कि नेताजी कहा करते थे कि इटावा दिल है तो आजमगढ़ धड़कन. जिले की जनता ने जिस तरह से सपा को एक तरफा विजय दिलाई है उससे कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी भी अंदर से काफी गदगद है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में जब एक तरफ पूरे प्रदेश में भाजपा की बयार थी. तो उस समय भी आजमगढ़ की सभी 10 विधानसभा सीटें सपा की झोली में देने का काम जिले की जनता ने किया.
आजमगढ़ और लालगंज लोकसभा सीटों पर सपा की हुई जीत
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ जिले की आजमगढ़ और लालगंज लोकसभा सीटों पर सपा प्रत्याशी को ही विजय मिली. ऐसे में सपा अपने इस गढ़ की मजबूती से पहरेदारी कर अपना किले को मजबूत करना चाहती है. आजमगढ़ से सपा पूर्वांचल की  सीटों को साधने की कोशिश करेगी. राजधानी लखनऊ से मध्यांचल की मॉनिटरिंग करने वाले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सैफई से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. ऐसे में पूर्वांचल अछूता रह जा रहा था. उसी कमी को पूरा करने के लिए सपा ने अपने पुराने गढ़ आजमगढ़ को चुना जिससे आजमगढ़ से पूरे पूर्वांचल की सीटों की मजबूत पहरेदारी की जा सके.
पूर्वांचल को साधने की कवायद में जुटे हुए हैं सपा सुप्रीमो
आजमगढ़ के उत्तरी छोर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र गोरखपुर है तो दक्षिणी छोर पर  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी है. ऐसे में सपा सुप्रीमो आजमगढ़ को केंद्र बिन्दु बनाकर पूर्वांचल को साधने की कवायद में जुटे हुए हैं. कुछ दिनों बाद बिहार में होने वाले चुनाव पर भी अखिलेश यादव आजमगढ़ से नजर रख सकते हैं ऐसे में आजमगढ़ में कार्यालय और आवास स्थापित कर अखिलेश यादव ने राजनीतिक संकेत दे दिया है.
3 जुलाई को करीब 12:30 बजे पहुंचेंगे अखिलेश यादव
इस कार्यक्रम को लेकर सांसद धर्मेंद्र यादव ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 3 जुलाई को करीब 12:30 बजे कार से पहुंचेंगे और इसका ऐतिहासिक उद्घाटन करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं व जनता में काफी उत्साह है, लोगों को बहुत दिनों से इंतजार था. उन्होंने बताया कि काफी निर्माण हो चुका है लेकिन मीटिंग हॉल अभी बनना है जिसका शिलान्यास राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे. सपा नेता ने कहा की राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुनने के लिए भारी संख्या में कार्यकर्ता आएंगे शायद यह कार्यक्रम स्थल छोटा पड़ जाए.

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