उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या कम होने की वजह से उस स्कूल को दूसरे स्कूल के साथ मर्ज कर दिया जाएगा. वाराणसी जिला प्रशासन की तरफ से भी शासन आदेश अनुसार करीब 41 प्राथमिक विद्यालयों को दूसरे विद्यालय के साथ मर्ज किया जा रहा है. वाराणसी जिला प्रशासन का कहना है की संसाधन का सही उपयोग के लिए यह निर्णय आवश्यक है और शासनादेश अनुसार वाराणसी के प्राथमिक विद्यालय से जुड़े बच्चे, उनके अभिभावक व ग्राम पंचायत से बातचीत के आधार पर यह निर्णय लिया जा रहा है.
वाराणसी के कुल 41 प्राथमिक विद्यालय होंगे मर्ज……!प्राथमिक विद्यालय से जुड़े इस विषय को लेकर वाराणसी के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेश के क्रम में बहुत सारे ऐसे प्राथमिक विद्यालय हैं जहां पर बच्चों की संख्या 15, 20, 25 है. जिसकी वजह से विद्यालय में प्रयोग होने वाले सभी संसाधन वस्तुओं का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए अभिभावक, शिक्षकों और ग्राम पंचायत से बातचीत के आधार पर जिन प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या 50 से कम है, उन्हें पास के ही ग्राम पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय से पेयर कर दिया जा रहा है. वाराणसी जनपद में कुल 41 ऐसे प्राथमिक विद्यालय हैं जहां बच्चों की संख्या बहुत कम है और उनके पास के ही ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय से पेयर किया जा रहा है.
केदारनाथ यात्रा पर लगी अस्थाई रोक, सोनप्रयाग-मुनकटिया के बीच मार्ग ध्वस्त, 40 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू
उत्तर प्रदेश का यह विषय चर्चा के केंद्र मेंयूपी शासन के इस आदेश के खिलाफ न सिर्फ राजनीतिक दल बल्कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी नाराजगी जताई है. आम आदमी पार्टी की तरफ से जहां उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपद में इस आदेश के खिलाफ विरोध किया गया, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने 8 जुलाई को BSA ऑफिस पर धरना देने का ऐलान किया है.
वाराणसी में कितने स्कूलों को किया जा रहा मर्ज? जिला प्रशासन ने कहा – यह जरूरी कदम
2