करनाल जिले के सेक्टर-13-14 डिवाइडिंग रोड पर एक बुजुर्ग का शव संदिग्ध हालातों में मिला। मृतक के शरीर पर सिर्फ एक चद्दर लिपटी हुई थी और उसके हाथ में स्टील का कड़ा था। शव के पास से कोई दस्तावेज या पहचान पत्र नहीं मिला, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शवगृह में रखवा दिया है। 72 घंटे तक शव की पहचान के प्रयास किए जाएंगे। इसके बाद पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। संस्था ने दी पुलिस को सूचना शव मिलने की जानकारी सबसे पहले समाजसेवी संस्था ‘अपना आशियाना’ को मिली। संस्था इंचार्ज राजकुमार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग की उम्र करीब 75 वर्ष के आसपास लग रही है, उसकी सफेद लंबी दाढ़ी थी और शरीर पर सिर्फ एक चद्दर मिली है। अन्य कोई कपड़ा या सामान उसके पास नहीं था। हाथ में स्टील का कड़ा था, जिससे लग रहा है कि वह नागा संत जैसे जीवन जी रहा था। तलाशी में नहीं मिला कोई दस्तावेज अपना आशियाना संस्था की टीम ने बुजुर्ग के कपड़ों की जांच की, लेकिन किसी तरह का कोई भी दस्तावेज, मोबाइल या पहचान से जुड़ा कोई सामान नहीं मिला। राजकुमार ने बताया कि देखने से वह कोई साधु-संत प्रतीत होता है और संभवतः लंबे समय से सड़कों पर रहकर जीवन यापन कर रहा था। संस्था ने आशंका जताई कि ठंड या बीमारी के चलते उसकी मौत हुई होगी। इलाके में 5-6 साल से रह रहा था सूचना मिलने के बाद सेक्टर-13 चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। जांच अधिकारी एसआई विकास ने बताया कि शव राज नर्सिंग होम के पास सड़क पर पड़ा मिला। स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि यह बाबा पिछले 5-6 वर्षों से इसी क्षेत्र में रह रहा था और भीख मांगकर गुजारा करता था। आसपास के लोग उसे ‘नागा बाबा’ के नाम से जानते थे। प्राथमिक जांच में नेचुरल डेथ पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। फिलहाल शव को 72 घंटे के लिए शवगृह करनाल में रखा गया है। इस दौरान पहचान होने पर परिजनों को बुलाकर शव सौंपा जाएगा। यदि कोई सामने नहीं आया, तो पोस्टमॉर्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार संस्था की मदद से करवाया जाएगा। पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में मामला नेचुरल डेथ का लग रहा है, लेकिन मौत के असली कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चलेगा।
करनाल में सड़क किनारे मिला बुजुर्ग का शव:लोग नागा बाबा के नाम से जानते थे, पोस्टमॉर्टम के बाद होगा अंतिम संस्कार
3