नूंह में मौसी–भांजी सम्मानित:पहली बार JEE,NEET परीक्षा में परचम लहराने वाले 30 विद्यार्थियों को किया सम्मानित

by Carbonmedia
()

हरियाणा का नूंह जिला शिक्षा और विकास के मामले में देश में पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है। शिक्षा के क्षेत्र में मेवात को सुदृढ़ बनाने के लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास करने में जुटा हुआ है। “पढ़ेगा मेवात, बढ़ेगा मेवात – तालीम से तरक्की” अभियान की शुरुआत भी जिले में अब शुरू कर दी गई है। वहीं जो विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें भी जिला प्रशासन रोल मॉडल बनाकर युवाओं को मोटिवेट करने का काम रहा है। इसी कड़ी में JEE और NEET परीक्षा पास करने वाले जिले के सभी विद्यार्थियों को एक मंच पर बुलाकर उन्हें सम्मानित किया गया। जिनमें नीट की परीक्षा पास करने वाली चर्चित जोड़ी मौसी–भांजी भी शामिल थी। ऐसा कार्यक्रम इतिहास में पहली बार किया गया है। 27 नीट और 3 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा की पास इस भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन जिला उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा की अध्यक्षता में किया गया। सम्मान समारोह में नीट में सफलता अर्जित करने वाले 27 विद्यार्थियों व जेईई में सफलता हासिल करने वाले तीन विद्यार्थियों सहित दसवीं व 12वीं कक्षा के सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस समारोह में उपायुक्त ने चयनित विद्यार्थियों को शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल इन विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम है, बल्कि पूरे मेवात क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। “आज के ये युवा आने वाले कल के डॉक्टर, इंजीनियर और वैज्ञानिक हैं जो नूंह को शिक्षा और विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे”। डीसी ने प्रत्येक बच्चे और माता-पिता से की बात सम्मान समारोह में जिला उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने सभी प्रतिभागी बच्चों और उनके माता-पिता से बातें की। सभी ने अपने सामने आई कठिनाइयों से जिला उपायुक्त और अन्य बच्चों को अवगत कराया। किसी ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन बेचकर बच्चों को पढ़ाया है,किसी ने दूध बेचकर अपने बच्चों को इस मुकाम तक पहुंचाने का काम किया है। समारोह के दौरान कई परिवार ऐसे थे जो अपनी कहानी बताते हुए भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू निकलते हुए दिखाई दिए। नीट की परीक्षा पास करने वाले कई विद्यार्थी ऐसे थे जो अपने गांव में पहला डॉक्टर बनेगा और पहली सरकारी नौकरी होगी। मौसी–भांजी की चर्चित जोड़ी ने रचा इतिहास नूंह जिले में पहली बार सैयद समाज की दो बेटियों ने NEET UG 2025 की परीक्षा पास कर एक नया कीर्तिमान हासिल किया है। खास बात यह है दोनों आपस में मौसी–भांजी है। दोनों ने एक साथ पढ़ाई की थी। यह दोनों बेटियां भी सम्मान समारोह में शामिल हुई। भांजी जैनब हुसैन ने अपनी कामयाबी के पीछे अपने दादा–दादी हाथ बताया। उन्होंने कहा कि बचपन से उन्होंने सोच लिया था कि उन्हें अपने दादा-दादी के नाम से एक अस्पताल खोलना है। क्योंकि वह अपने दादा-दादी से बहुत प्यार करती थी। जैनब ने कहा उन्होंने 4 साल कड़ी मेहनत कर नीट की परीक्षा पास की है। मौसी सादिया ने कहा कि हमने एक साथ पढ़ाई कर नीट की परीक्षा पास की है। कभी भी एक दूसरे को किसी तरह की कोई कमी महसूस नहीं होने दी। एमबीबीएस में दाखिला लेने पर 1 लाख 25 हजार रुपए की राशि दी जाएगी उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि एमडीए के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री मेवात छात्रवृत्ति योजना के तहत एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों को प्रति वर्ष 1 लाख 25000 या वास्तविक शिक्षण शुल्क, जो भी कम होगा, की राशि प्रदान की जाएगी। सरकारी संस्थान का शिक्षण शुल्क यदि इस राशि से कम होगा तो उसकी 100 प्रतिशत फीस का भुगतान किया जाएगा। इसी प्रकार व्यावसायिक, तकनीकी, पर्यटन, पैरा मेडिकल व पीएचडी पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष 75 हजार रुपए की राशि या शिक्षण शुल्क का 75 प्रतिशत जो भी कम होगा, की राशि का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा सरकारी संस्थान का शिक्षण शुल्क यदि 75000 रुपए से कम होगा तो उसे 100 प्रतिशत लाभ प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री मेवात पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना भी शुरू डीसी ने बताया कि जिला नूंह के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा से जोड़ने के लिए एमडीए के माध्यम से मुख्यमंत्री मेवात पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई है। इसके तहत कक्षा 11वीं व 12वीं में आर्ट से पढ़ाई करने वाले बच्चों को 500 रुपए प्रति माह छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी प्रकार वाणिज्य व विज्ञान स्ट्रीम में भाग लेने वाले बच्चों को 1000 रुपए की राशि प्रतिमाह प्रदान की जाएगी। तालीम से तरक्की” के इस संकल्प को और मजबूत करते हुए, जिला प्रशासन ने भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन की भी घोषणा की ताकि शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को निरंतर बढ़ावा दिया जा सके। इसके साथ ही डीसी ने कहा कि जिन गांवों के बच्चों ने JEE और NEET की परीक्षा पास की है उन गांव में लाइब्रेरी खोली जाएंगी ताकि शिक्षा को और बढ़ावा मिल सके।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment