अमेरिकी रैपर वेश्यावृत्ति मामले में दोषी करार:कोर्ट ने डिडी को जमानत देने से किया इनकार, हो सकती है 20 साल की सजा

by Carbonmedia
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अमेरिकी हिप-हॉप स्टार शॉन डिडी कॉम्ब्स को वेश्या वृत्ति के लिए यात्रा कराने के मामले में दोषी ठहराया गया है। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। हालांकि, उन्हें सबसे गंभीर आरोपों रैकेटियरिंग और सेक्स ट्रैफिकिंग से बरी कर दिया गया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, जज अरुण सुब्रमणियन ने कहा कि डिडी के खिलाफ पहले भी हिंसा के मामले दर्ज हैं। इसलिए उन्हें सजा सुनाए जाने तक जेल में ही रहना होगा। सजा इस साल अक्टूबर में सुनाई जा सकती है। अधिकतम सजा 20 साल की हो सकती है। जूरी ने 13 घंटे विचार कर तीन आरोपों से बरी किया
न्यूयॉर्क सिटी की एक फेडरल कोर्ट में करीब दो महीने तक यह मुकदमा चला। प्रोसिक्यूटर ने कहा कि डिडी ने अपनी पहचान और कारोबार का इस्तेमाल एक आपराधिक गैंग चलाने के लिए किया, जो महिलाओं की सेक्स तस्करी करता था। 12 जूरी सदस्यों ने 13 घंटे विचार-विमर्श किया। इसके बाद उन्होंने पांच में से तीन गंभीर आरोपों में उन्हें निर्दोष करार दिया। अब डिडी उसी फेडरल जेल में रहेंगे जहां वे पिछले सितंबर से बंद हैं। सजा की सुनवाई 3 अक्टूबर को रखी गई है। वकील बोले सुधार कार्यक्रम में लिया था हिस्सा
डिडी के वकील मार्क एगनिफिलो ने जज से अपील की थी कि उनके मुवक्किल को रिहा कर दें। वकील ने कहा था, “डिडी ने घरेलू हिंसा के लिए सुधार कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। उन्होंने गिरफ्तारी से पहले ही यह कदम उठाया। 2018 के बाद से उन्होंने कोई हिंसा नहीं की है। मुझे लगता है हमें उन पर भरोसा करना चाहिए।” हालांकि, डिडी की पूर्व गर्लफ्रेंड, म्यूजिशियन कसांद्रा वेंटुरा ने कोर्ट को खत में चेतावनी दी थी। उन्होंने लिखा था, “अगर डिडी को रिहा किया गया तो वह खतरा बन सकते हैं।” रैपर ने घरेलू हिंसा की बात स्वीकार की थी, लेकिन किसी भी तरह के गैर-सहमति वाले यौन संबंध और किसी बड़े रैकेट की बात से इनकार किया। जज सुब्रमण्यम ने कहा, “बचाव पक्ष ने खुद स्वीकार किया कि उनके निजी संबंधों में हिंसा हुई। इसलिए जमानत नामंजूर की जाती है।” जब जूरी ने उन्हें सबसे गंभीर आरोपों में बरी किया, कोर्ट का माहौल भावुक हो गया। सेक्स ट्रैफिकिंग और रैकेटियरिंग में उम्रकैद की सजा का प्रावधान था। फैसला सुनते ही डिडी घुटनों पर बैठ गए। उन्होंने चेहरा कुर्सी में छुपा लिया। वह कांप रहे थे। फैसले के एक दिन पहले जूरी ने कोर्ट को बताया था कि वे रैकेटियरिंग के मुद्दे पर सहमत नहीं हो पा रहे। जूरी ने कहा था, “दोनों पक्षों के विचार बहुत अड़े हुए हैं।” रैकेटियरिंग का मतलब होता है कि किसी अवैध संगठन को चलाना। प्रोसिक्यूटर ने तर्क दिया कि डिडी ​​​​​​​​​ ने अपने स्टाफ की मदद से यौन शोषण, किडनैपिंग, नशीली दवाओं का सेवन और सबूत मिटाने जैसे अपराध किए। वकीलों ने कहा कि अगर कर्मचारी जानबूझकर शामिल नहीं थे, तो यह मामला रैकेटियरिंग नहीं बनता। कई गवाहों ने कोर्ट में दर्ज कराई गवाही
सरकारी वकीलों ने सात हफ्ते के ट्रायल में 30 से ज्यादा गवाह पेश किए। इनमें कसांद्रा वेंटुरा, रैपर किड क्यूडी, कुछ पूर्व कर्मचारी और होटल के सुरक्षा गार्ड शामिल थे। प्रोसिक्यूटर ने आरोप लगाया कि डिडी ने महिलाओं को ‘फ्रीक-ऑफ्स’ जैसी घटनाओं में शामिल किया। यह ऐसी घटनाएं थीं, जहां उनकी गर्लफ्रेंड किसी पुरुष एस्कॉर्ट के साथ यौन संबंध बनाती थीं और डिडी यह सब देखते और रिकॉर्ड करते थे। एक गवाह ने कहा कि डिडी ने 2016 में लॉस एंजिलिस के होटल में वेंटुरा के साथ मारपीट की थी। सुरक्षा कैमरे की फुटेज को हटाने के लिए उन्होंने पैसे भी दिए। डिडी के वकील ने माना कि उन्होंने हिंसा की, लेकिन कहा कि यह नशे और ईर्ष्या का नतीजा था, कोई बड़ा आपराधिक षड्यंत्र नहीं। बता दें कि डिडी पर यौन उत्पीड़न और हिंसा के आरोप वाले दर्जनों सिविल मुकदमे भी चल रहे हैं। उन्होंने 1993 में ‘बैड बॉय’ रिकॉर्ड्स की शुरुआत की थी। यह कंपनी हिप-हॉप की मशहूर हस्तियों को रिप्रेजेंट करती थी। उन्होंने सीन जॉन नाम से कपड़ों का कारोबार, परफ्यूम और मीडिया कंपनी भी बनाई।

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