गुरुग्राम में गुजरात के वनतारा मॉडल पर बनेगी जंगल सफारी:मुख्यमंत्री और वनमंत्री के साथ मनोहरलाल ने किया रिव्यू, कहा-विश्व में टॉप की जंगल सफारी बनाएंगे

by Carbonmedia
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गुरुग्राम में प्रस्तावित जंगल सफारी के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सैनी और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह गुजरात के जामनगर स्थित विश्व प्रसिद्ध वनतारा जंगल सफारी पहुंचे। जंगल सफारी का दौरा करने के बाद मनोहरलाल ने कहा कि अंबानी परिवार ने जिस तरह यहां जंगल सफारी और पुनर्वास केंद्र विकसित किया है, वह एक मिसाल है। हम गुरुग्राम में भी ऐसा ही कुछ बनाना चाहते हैं। दिल्ली के निकट होने के कारण गुरुग्राम में इस तरह की सफारी न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरे का उद्देश्य यह समझना है कि गुरुग्राम में जंगल सफारी स्थापित करने के लिए किन-किन संसाधनों, तकनीकों और प्रबंधन प्रणालियों की आवश्यकता होगी। हम यहां से जो भी बेहतरीन चीजें सीखेंगे, उन्हें गुरुग्राम में लागू करने का प्रयास करेंगे। बिहार में नीतिश कुमार का साथ उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बिहार में एक बार फिर मजबूत सरकार बनाएगी। वन्य जीवों का संरक्षण होगा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरुग्राम में प्रस्तावित जंगल सफारी को एशिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी बनाने की योजना है। गुरुग्राम में जंगल सफारी न केवल एक पर्यटकीय स्थल होगा, बल्कि यह वन्यजीवों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास को पुनर्जनन करने का एक केंद्र भी बनेगा। पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रस्तावित सफारी को अरावली पर्वतमाला के पास विकसित करने की योजना है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और जैव-विविधता के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में पहले से ही कई प्रजातियों के वन्यजीव मौजूद हैं, जिनमें तेंदुआ, सियार, नीलगाय और विभिन्न पक्षी प्रजातियां शामिल हैं। जंगल सफारी के निर्माण से इन प्रजातियों के संरक्षण के साथ-साथ पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अवसर भी मिलेगा। पेट्रोलियम रिफाइनरी का भी अवलोकन किया जंगल सफारी के दौरे के साथ-साथ, मनोहर लाल खट्टर और राव नरबीर सिंह ने जामनगर में स्थित रिलायंस पेट्रोलियम रिफाइनरी का भी अवलोकन किया। यह रिफाइनरी विश्व की सबसे बड़ी तेल शोधन इकाइयों में से एक है और भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। राव नरबीर सिंह ने इस रिफाइनरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। यह रिफाइनरी संसाधनों के समन्वय, उत्पादन और निर्यात क्षमता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

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