गुरुग्राम जिले के सोहना में सोमवार तड़के हुई तेज बारिश ने नगरपरिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगरपरिषद ने नालों की सफाई और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर करीब 30 लाख रुपए खर्च किए। इसके बावजूद कस्बे की सभी प्रमुख सड़कें जलमग्न नजर आई। साढ़े 18 लाख में सफाई का ठेका नगरपरिषद ने नालों की सफाई के लिए साढ़े 18 लाख रुपए का ठेका दिया था। साथ ही 65 वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की सफाई के लिए साढ़े 12 लाख रुपए खर्च किए, लेकिन एजेंसी ने न तो नालों की सफाई की और न ही हार्वेस्टिंग सिस्टम को दुरुस्त किया। बारिश का पानी बस स्टैंड रोड, अस्पताल रोड, पुरानी सब्जी मंडी और फव्वारा चौक पर जमा हो गया है। वाहन ड्राइवरों और राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी। नालों की नियमित सफाई नहीं स्थानीय नागरिकों के प्रतिनिधि मुकेश आजाद, विष्णु और सुरेंद्र का कहना है कि नालों की नियमित सफाई नहीं हो रही है। सभी बड़े नालों में कूड़ा भरा हुआ है और एजेंसी अपने काम में लापरवाही बरत रही है। नगरपरिषद के कार्यकारी अभियंता अजय पंगाल ने बताया कि बस स्टैंड के पास बने बरसाती नाले पर दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इसे हटाने के लिए जिला उपायुक्त से पुलिस बल और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मांग की गई है।
सोहना में बारिश से सड़कें जलमग्न:नगरपरिषद ने नालों की सफाई पर खर्च किए 30 लाख, फिर भी नहीं समाधान
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