हरियाणा के नूंह जिले में आईएमटी रोजकामेव के विस्तार से प्रभावित 9 गांवों के धरनारत किसानों को सोमवार–मंगलवार की रात पुलिस ने हिरासत में लिया है। रात के समय जैसे ही मामले की जानकारी 9 गांवों के किसानों को लगी वैसे ही गांव के अन्य लोग धरनास्थल पर पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। 3 दिन पहले आईएमटी रोजकामेव में धरने पर बैठे 9 गांवों के किसानों ने भारतीय किसान मोर्चा के बैनर तले एक महापंचायत बुलाई थी। जिसमें भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद सहित कई किसान संगठनों ने भाग लिया। बाद में एसपी–डीसी से किसानों की वार्ता हुई,लेकिन डीसी विश्राम कुमार मीणा ने किसानों की मुआवजा की मांग पर बात करने से साफ इंकार कर दिया। रात को टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए थे किसान बीते शनिवार को किसानों द्वारा पंचायत में तय किया गया था कि आईएमटी में एचएसआईआईडीसी द्वारा करवाए जा रहे कार्यों को रूकवा दिया जाए। दोपहर बाद किसान जत्थे के रूप में उस ओर चल दिए जहां एचएसआईआईडीसी के श्रमिक सड़क व नालों का निर्माण कर रहे थे। किसानों ने मौके पर पहुंचकर काम रूकवा दिया। इस बीच डीसी विश्राम कुमार मीणा व एसपी राजेश कुमार ने सूचना भेजकर किसानों के प्रतिनिधिमंडल को आईएमटी स्थित एचएसआईआईडीसी कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया। किसानों ने डीसी को याद दिलवाया कि उन्होंने सीएम से मुलाकात करवाने का वादा कर रखा है। जवाब में डीसी ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री इस विषय पर बात नहीं करना चाहते। इसके बाद किसानों ने रात को ही आईएमटी में धरना जमा लिया। धरनास्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती किसानों के धरने को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था। इसमें दो डीएसपी स्तर के अधिकारी और कई इंस्पेक्टर को भी शामिल किया था। मौके पर कमांडों भी बुलाए गए। महिला पुलिसकर्मी भी बड़ी तादाद में लगाई गई थी। शनिवार से ही लगातार पुलिस धरनास्थल पर मौजूद थी। सोमवार मंगलवार की रात पुलिस का एक जत्था किसानों के बीच पहुंचा और किसानों को हिरासत में ले लिया। जिससे धरनास्थल पर किसान नेताओं में हलचल मची हुई है। रात करीब 2 बजे आई पुलिस भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने कहा, ‘हम आरपार की लड़ाई के लिए तैयार बैठे हैं। बीती रात 2 बजे नूंह के आंदोलन का दमन करके किसानों को गिरफ्तार करना और सामान पुलिस द्वारा जप्त करना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि हमारे करीब 32 किसानों को पुलिस ने बल का प्रयोग कर हिरासत में लिया है। पुलिस ने उस उक्त दबिश दी जब सभी किसान सोए हुए थे। किसान नेता का आरोप है कि मौके से पुलिस चारपाई, तंबाकू, पानी की बोतल और टेंट सहित अन्य सामान को अपने साथ ले गई है। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास सरकार और प्रशासन कर रहा हैं। जिसमें वह कभी कामयाब नहीं होंगे। किसान अपने हकों के लिए जान भी दे सकता है। हम पीछे नहीं हटेंगे। अगर जल्द ही किसानों को रिहा नहीं किया गया तो प्रशासन को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। आईएमटी रोजका मेव क्षेत्र में धारा 163 लागू का उल्लंघन रोजकामेव थाना प्रभारी अमन ने बताया कि आईएमटी रोजका मेव के लिए एचएसआईआईडीसी द्वारा अधिग्रहित क्षेत्र में तथा इसके आसपास, जिसमें गांव धीरधोका, पुलिस स्टेशन रोजका मेव क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन स्थल पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 लागू है। इसमें आसपास सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना पांच या इससे अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाया है। लेकिन किसान यहां धारा का उल्लंघन कर रहे थे। रात के समय करीब 20 किसानों को हिरासत में लिया गया है। जिनकी जांच चल रही है। इनमें कुछ किसानों पर पहले भी मुकदमे दर्ज है।
नूंह IMT में धरनारत किसान हिरासत में:किसान बोले-रात को 32 किसानों को ले गई पुलिस,टेंट भी उखाड़ा
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