गुरुग्राम की भौंडसी जेल में एक विचाराधीन कैदी राम प्रकाश (45 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। राम प्रकाश को 7 जून को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन ने परिजनों को बताया कि उसकी मौत फोड़ा (एब्सेस) के कारण हुई। उबर में टैक्सी ड्राइवर था राम प्रकाश उबर टैक्सी चालक था और उसकी सवारी के पास से पुलिस को स्मैक बरामद हुई थी। जिसके बाद सवारी के साथ साथ उसे भी अरेस्ट किया गया था। परिजनों का कहना है कि उसने पुलिस से कहा था कि इस मामले में उसकी कोई गलती नहीं है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। अब जेल में मौत से सवाल खड़े होते हैं। उसकी मौत के पीछे की परिस्थितियां सवालों में हैं। परिजन बोले-जब पकड़ा स्वस्थ था उसके भाई ओमप्रकाश ने बताया कि जब पुलिस ने उसे पकड़ा, वह पूरी तरह स्वस्थ था। तीन दिन पहले उसे सेक्टर 10 अस्पताल ले जाया गया, जहां से रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। मंगलवार को उसे जेल वापस लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने उठाए सवाल परिजनों में इस घटना को लेकर गुस्सा है। उन्होंने जेल प्रशासन और पुलिस पर सवाल उठाए हैं कि आखिर एक स्वस्थ व्यक्ति की जेल में इतनी जल्दी मौत कैसे हो गई। उनका कहना है कि जेल में कैदियों के साथ हो रहे व्यवहार की जांच की जाए। दूसरी ओर, जेल प्रशासन ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सही कारण सामने आएगा।
गुरुग्राम जेल में विचाराधीन कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:उबर में टैक्सी ड्राइवर था, सवारी के पास मिला था नशीला पदार्थ
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