गुजरात के वडोदरा जिले के महिसागर नदी में पुल का एक हिस्सा ढह जाने के बाद दिल को झकझोर देने वाला दृश्य देखने को मिला. नदी में डूबी गाड़ी के ऊपर बैठी 35 साल की सोनलबेन पढियार वहां मौजूद लोगों से अपने दो बच्चों और पति को बचाने की गुहार लगाती दिखीं. हालांकि, जब तक बचावकर्मी मौके पर पहुंचे, बहुत देर हो चुकी थी. उसके पति और बच्चे पहले ही डूब चुके थे, और बचावकर्मी बाद में उनके शव निकाले.
सोनलबेन पढियार का वीडियो वायरल
इस दिल दहला देने वाले दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें सोनलबेन एक वाहन के डूबे हुए मलबे पर बैठी दिखाई दे रही हैं, उनका शरीर आंशिक रूप से पानी में डूबा हुआ है. वह रोते हुए घटनास्थल के पास जमा लोगों से मदद मांग रही हैं.
पुलिस वीडियो बना रहे शख्स ने क्या कहा?
वह गुजराती में बदहवास होकर चिल्लाती नजर आ रही हैं, ‘‘मेरे बच्चे डूब गए… मेरे पति डूब गए, कृपया उन्हें बचा लो.’’ उसे दिलासा देने के लिए, पुल से वीडियो रिकॉर्ड कर रहा व्यक्ति उसे बताता है कि बचाव दल आ रहे हैं.
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गुजरात के वडोदरा जिले में सुबह पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए. इस हादसे में सोनलबेन के पति रमेश पढियार (38), बेटी वेदिका (4) और बेटा नैतिक (2) सहित दस लोगों की मौत हो गई.
करीब एक घंटे तक मांगती रहीं मदद
वडोदरा के पादरा तालुका के मुजपुर गांव की निवासी सोनलबेन को जब नदी के किनारे लाया गया तो उन्होंने बताया कि करीब एक घंटे तक वह मदद मांगती रहीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. महिसागर के तट पर स्थित मुजपुर पुल के बहुत करीब है.
‘हमारी वैन में सात यात्री सवार थे’
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम भावनगर के बगदाना में प्रार्थना करने जा रहे थे. हमारी वैन में सात यात्री सवार थे. हम सुबह 6.30 बजे निकले और लगभग सात बजे पुल पर पहुंचे. जब हम पुल पार कर रहे थे, तो एक हिस्सा ढह गया, जिससे कई वाहन नदी में गिर गए.’’
‘मेरे पति और बच्चे फंस गए’
बदहवास सोनलबेन ने बताया,‘‘चूँकि मैं वैन के पिछले हिस्से में बैठी थी, इसलिए किसी तरह बाहर निकल आई. लेकिन मेरे पति और बच्चे फंस गए क्योंकि एक ट्रक हमारे वाहन पर गिर गया. पानी भी गहरा था. मैं लगभग एक घंटे तक मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया.’’