ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पंजाब से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ओडिशा के दो निवासियों से कुल 9.05 करोड़ रुपए की ठगी के आरोप में शामिल थे। दोनों गिरफ्तारियां अलग-अलग मामलों में की गई हैं और आरोपी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) और ओवर द काउंटर (ओटीसी) ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर ठगी कर रहे थे। ओडिशा पुलिस ने एक आरोपी को संगरूर से गिरफ्तार किया, जबकि दूसरा लुधियाना से पकड़ा गया है। जिसके बाद पुलिस दोनों आरोपियों को स्थानीय कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेकर ओडिशा रवाना हो गई है। जहां दोनों का रिमांड हासिल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। जांच का नेतृत्व इंस्पेक्टर नमिता कुमारी साहू ने किया, जिन्होंने डिजिटल फोरेंसिक विश्लेषण और ट्रांजैक्शन ट्रेसिंग के जरिए पूरे रैकेट का खुलासा किया। पहला मामला: 7.5 करोड़ की ठगी, संगरूर से गिरफ्तारी पहले मामले में एक शिकायतकर्ता ने ओडिशा पुलिस को बताया कि उसे अज्ञात साइबर अपराधियों के फोन कॉल आए, जिन्होंने उसे कथित तौर पर मुनाफेदार आईपीओ और ओटीसी निवेश योजनाओं में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया। आरोपियों ने हाई रिटर्न का लालच देकर कई किस्तों में 7.5 करोड़ तक की रकम ट्रांसफर करवा ली। प्रारंभिक नुकसान होने के बावजूद जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उससे और भुगतान मांगे गए और अंत में कोई राशि वापस नहीं की गई। साइबर अपराध शाखा ने शिकायत पर मामला दर्ज कर गहन जांच की और ट्रांजैक्शन व डिजिटल साक्ष्य के आधार पर पंजाब के संगरूर निवासी अमृत पाल को गिरफ्तार किया। उसे संगरूर कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा लाया गया। इसके बाद जयपुर ओडिशा स्थित एसडीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धाराएं 318(4), 319(2), 336(2), 336(3), 338, 340(2), 61(2), 3(5) तथा आईटी एक्ट 2000 की धारा 66-C और 66-D के तहत केस दर्ज किया गया। दूसरा मामला: 1.55 करोड़ की ठगी, लुधियाना से गिरफ्तारी दूसरे मामले में लुधियाना निवासी प्रदीप सोनी को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर ओडिशा के एक अन्य व्यक्ति से 1.55 करोड़ की ठगी करने का आरोप है। आरोपी ने पहले केस जैसी ही रणनीति अपनाते हुए हाई रिटर्न का झांसा देकर निवेश करवाया। लुधियाना की JMFC (I) कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद उसे भुवनेश्वर लाया गया और SDJM कोर्ट में पेश किया गया। उस पर भी वही धाराएं लगाई गईं हैं जो पहले मामले में अमृत पाल पर लगाई गई थीं। साइबर अलर्ट जारी ओडिशा क्राइम ब्रांच ने आम जनता को आगाह करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया या मैसेजिंग एप्स के माध्यम से आने वाले किसी भी अनचाहे निवेश प्रस्ताव से सावधान रहें। किसी भी ट्रेडिंग या निवेश योजना में पैसे डालने से पहले उसकी वैधता की पूरी जांच करें। यदि कोई साइबर ठगी होती है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
ओडिशा क्राइम ब्रांच की पंजाब में रेड:आईपीओ-ओटीसी ट्रेडिंग के नाम पर 9 करोड़ की ठगी; लुधियाना-संगरूर से दो अरेस्ट
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