12वीं के वे छात्र, जिन्हें केवल प्रैक्टिकल में रिपीट मिला है, उन्हें सिर्फ प्रैक्टिकल देना होगा

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | जालंधर सीबीएसई की ओर से 10वी और 12वीं क्लास के बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षाएं वीरवार से शुरू की जा रही हैं। सीबीएसई ने सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 के साथ प्रैक्टिकल परीक्षा की गाइडलाइन जारी की है। 10 से 15 जुलाई तक प्रैक्टिकल परीक्षा होगी। 12वीं के वे छात्र, जिन्हें केवल प्रैक्टिकल में रिपीट मिला है, उन्हें सिर्फ प्रैक्टिकल देना होगा। वहीं, थ्योरी के पुराने नंबर ही मान्य होंगे। जिन छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में रिपीट मिला है, उन्हें दोनों परीक्षाएं देनी होंगी। गाइडलाइंस के मुताबिक 10वीं के छात्रों को विषय में पास होने के लिए थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट मिलाकर 33 नंबर लाने होते हैं। यदि कोई छात्र इंटरनल असेसमेंट में अनुपस्थित रहा है, तो उसे सप्लीमेंट्री परीक्षा में थ्योरी के नंबर के आधार पर इंटरनल असेसमेंट के नंबर दिए जाएंगे। इंटरनल असेसमेंट दोबारा नहीं होगा। रेगुलर छात्रों के प्रैक्टिकल उनके स्कूल में होंगे। प्राइवेट छात्रों के प्रैक्टिकल थ्योरी परीक्षा के सेंटर पर होंगे। यदि किसी सेंटर पर किसी विषय का प्रैक्टिकल कराने की सुविधा नहीं है, तो क्षेत्रीय कार्यालय पास के किसी सेंटर में व्यवस्था करेगा। 12वीं के सभी छात्रों के लिए बाहरी परीक्षक की नियुक्ति क्षेत्रीय कार्यालय करेगा। आंतरिक परीक्षक स्कूल या सेंटर अधीक्षक अपने स्कूल के शिक्षकों में से नियुक्त करेंगे। प्रैक्टिकल के लिए क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा भेजी गई उत्तर पुस्तिकाएं ही इस्तेमाल होंगी। परीक्षक को सभी प्रविष्टियां सही तरीके से भरनी होंगी। प्रैक्टिकल के नंबर उसी दिन पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। एक बार अपलोड किए गए नंबर अंतिम माने जाएंगे। किसी भी बदलाव की अनुमति नहीं होगी। स्कूल या सेंटर द्वारा दी गई तारीख और समय पर तय स्थान पर पहुंचना अनिवार्य होगा। स्कूल या परीक्षा केंद्र के प्राचार्य/सेंटर अधीक्षक को विषयवार छात्रों की सूची बनानी होगी। बाहरी परीक्षक की नियुक्ति के लिए क्षेत्रीय कार्यालय से समय रहते संपर्क करना होगा। वे स्वयं बाहरी परीक्षक नियुक्त नहीं कर सकते। परीक्षा की तारीख और समय तय करते समय परीक्षक की उपलब्धता, छात्रों की सुविधा और डेटशीट का ध्यान रखना होगा। छात्रों को समय रहते जानकारी देनी होगी। क्षेत्रीय कार्यालय को परीक्षा की योजना की जानकारी देना जरूरी होगा।क्षेत्रीय कार्यालय केंद्रवार और विषयवार छात्रों की सूची बनाएगा। समय रहते बाहरी परीक्षक नियुक्त करेगा। प्रैक्टिकल परीक्षा समय पर पूरी कराएगा। नंबर पोर्टल पर अपलोड कराएगा और उत्तर पुस्तिकाएं मंगवाएगा।

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