भास्कर न्यूज | जालंधर इंजीनियरिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने एम एस और एलएस श्रेणी के औद्योगिक उपभोक्ताओं पर पीक लोड हार्स के दौरान 2 रुपए प्रति यूनिट अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।एसोसिएशन के प्रधान सुनील शर्मा ने बताया कि पावरकॉम ने इंडस्ट्री कनेक्शनों पर शाम 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पीक हार्स घोषित किए हुए हैं। इस दौरान बिजली 2 रुपए प्रति यूनिट महंगी दी जा रही है। जिससे उद्योगों की उत्पादन लागत पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शाम 6 बजे बिजली सप्लाई की खप्त पर कोई अतिरिक्त लोड नहीं होता। ऐसे में पीक हार्स को लागू करना व्यावहारिक नहीं है। एसोसिएशन की मांग है कि पीक हार्स की अवधि 7 से 10 बजे तक की जाए ताकि उद्योगों की उत्पादन लागत कम हो सके। इससे लेबर को भी 2 घंटे ओवरटाइम करने का मौका मिल सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि गर्मी के मौसम में बिजली की डिमांड रहती है लेकिन सर्दियों में जब बिजली सरप्लस होती है तो उद्योग ही इस अतिरिक्त बिजली की खपत करता है। इससे पीएसपीसीएल को नुकसान होने से बचता है। ऐसे में सर्दियों में दी जा रही 0.50 रुपए से 1 रुपए प्रति यूनिट की राहत पर्याप्त नहीं है। इसे बढ़ाकर 2 रुपए प्रति यूनिट की छूट मिलनी चाहिए, ताकि साल भर संतुलन बना रह सके।यहां चेयरमैन मनिंदर शर्मा, विशाल शर्मा, कपिल शर्मा, नरूला ब्रदर्स, सुमित गुप्ता, तेजिंदर पाल सिंह, नवदीप कुमार, संदीप शारदा, बंटी, पुनजीत बवेजा और रमन कालड़ा मौजूद थे। बिजली लोड बढ़ाने की पुरानी मांग भी उठाई एसोसिएशन सदस्यों ने गदईपुर इंडस्ट्री जोन में बिजली लोड बढ़ाने, नए कनेक्शन और नए सब स्टेशन बनाने की मांग भी की। एसोसिएशन इसके लिए कई आवेदन कर चुकी है लेकिन उनकी सुनी नहीं जा रही। मौजूदा ट्रांसफार्मरों के ओवरलोड होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। फोकल पॉइंट और गदईपुर के सभी ट्रांसफार्मर पहले से ही ओवरलोड चल रहे हैं। डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल और मेयर खपत धीर गदईपुर में सब स्टेशन बनाने के लिए जमीन देने का वादा कर चुके हैं लेकिन इस पर काम नहीं हो रहा।
इंजीनियरिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने की पीक लोड 3 घंटे करने की मांग
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