जगुआर फाइटर जेट क्रैश: 23 और 31 साल के 2 पायलट की गई जान, एक की शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे थे घर वाले

by Carbonmedia
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राजस्थान के चूरू में वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान हादसे ने दो युवा पायलट की जान ले ली. 31 साल के स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु और 23 साल के फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषि राज सिंह देवड़ा की जान गई. सिंधु हरियाणा के रोहतक के रहने वाले थे, जबकि सिंह राजस्थान के पाली के रहने वाले थे.
लोकेंद्र सिंह सिंधु का पैतृक गांव रोहतक का खेड़ी साध गांव था. वहीं परिवार वाले रोहतक शहर के देव कॉलोनी में रहते हैं. यहां शोक की लहर है. परिवार में गम का माहौल है.  
आज दी जाएगी अंतिम विदाई
ऋषि राज सिंह को आज पाली जिले में उनके पैतृक स्थान पर अंतिम विदाई दी जाएगी. उनके निधन से स्थानीय लोगों में शोक है. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. ऋषिराज सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी . परिवार वाले शादी के लिए लड़की तलाश रहे थे.
हादसे की जांच के लिए आदेश
दो सीटों वाला जगुआर विमान बुधवार (9 जुलाई) को राजस्थान के चूरू के भाणुदा गांव के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान क्रैश हो गया था. इसमें सवार दोनों पायलट की मौत हो गई थी. किसी भी नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. वायुसेना ने कहा कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वाइरी के आदेश दिए हैं.
स्थानीय थाना अधिकारी ने बताया कि विमान दोपहर करीब 1:25 बजे भाणुदा गांव के एक खेत में क्रैश हुआ. दुर्घटना स्थल के पास मानव शरीर के अंग मिले हैं. हादसे के बाद आग की लपटें उठी और तेज आवाज हुई. इसके बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे .
इस साल की तीसरी दुर्घटना
इस साल दुर्घटनाग्रस्त होने वाला यह तीसरा जगुआर लड़ाकू विमान है. पहला हादसा 7 मार्च को हरियाणा के पंचकूला में हुआ था. वहीं  दूसरा 2 अप्रैल को गुजरात के जामनगर के पास हुआ था. जगुआर जेट विमानों को 1979 में भारतीय वायु सेना (IAF)  में शामिल किया गया था और विमानों का एक प्रारंभिक बैच ब्रिटेन से उड़ान भरने के लिए तैयार आया था.
चूरू में हुए हादसे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में भारतीय वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. घटना के तुरंत बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर है और राहत-बचाव कार्य के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.   ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति दें.

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