दुनिया अभी कोविड 19 के खतरे से पूरी तरह उबर भी नहीं सकी है कि एक और जोखिम ह्यूमन कम्युनिटी के लिए तेजी से पांव पसार रहा है. ये खतरा पहले से अधिक बड़ा और खतरनाक हो सकता है. हाल ही में स्टडी में सामने आईं चाैंकाने वाली जानकारी के बाद हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इसको लेकर आगाह किया है. बताया जा रहा है कि क्लाइमेट चेंज के कारण एस्परगिलस नाम का एक फंगस तेजी से बढ़ रहा है. जो दुनियाभर में लाखों माैताें का कारण बन सकता है. आखिर ये फंगस क्या है और किस कदर खतरनाक हो सकता है, आइए जानते हैं…
क्या है एस्परगिलस?
एस्परगिलस दुनियाभर में पाया जाने वाला एक सामान्य फंगस है. ये ह्यूमन बाॅडी में गंभीर एस्परगिलोसिस फंगल इंफेक्शन का कारण बनता है, जो प्रमुख रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है. ये स्थिति खतरनाक हो सकती है.
स्टडी में सामने आई जानकारी
हाल ही में सामने आई स्टडी से इस फंगस को लेकर चिंता बढ़ गई है. स्टडी में बताया गया कि क्लाइमेट के चलते धरती का टेम्प्रेचर बढ़ रहा है. टेम्प्रेचर बढ़ने से एस्परगिलस के प्रसार को बढ़ावा मिल सकता है. ये फंगस नए इलाकों जैसे उत्तरी अमेरिका, यूरोप, चीन और रूस में भी फैल सकता है. सामान्य ताैर पर ये फंगस ट्रॉपिकल क्षेत्रों में बढ़ता है. लेकिन आने वाले वर्षों में ये फंगस 16 परसेंट तक बढ़ सकता है. जो दुनियाभर में लाखों लोगों की माैत की वजह बन सकता है.
शरीर को अंदर से खाना शुरू कर देता है यह फंगस
एस्परगिलस इंसानों के साथ जानवरों और पेड़-पौधों में भी इन्फेक्शन फैला सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में हर साल लगभग 25 लाख लोगों की मौत फंगल इन्फेक्शन के कारण होती है. ऐसे में एस्परगिलस का प्रसार अधिक होता है तो ये आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है. एस्परगिलस फंगस मिट्टी में छोटे-छोटे फिलामेंट्स में उगता है, जो हवा में बहुत छोटे-छोटे स्पोर्स को रिलीज करते हैं. ये सांस के जरिए ह्यूमन बाॅडी में प्रवेश कर लेते हैं. लेकिन हर किसी पर ये असर नहीं करता. जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, ये उनके लिए खतरनाक साबित होता है. जैसे अस्थमा, सिस्टिक फाइब्रोसिस और सीओपीडी के साथ पहले से गंभीर रोगों से जूझ रहे मरीजों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है. इम्युनिटी कमजोर होने के चलते बाॅडी स्पोर्स को नहीं हटा पाती. इससे ये बाॅडी में तेजी से बढ़ने लगता है. ये स्थिति फंगस के शरीर को खाने जैसे हो जाती है.
लक्षण और बनाते हैं खतरनाक
एस्परगिलस फंगस की मोर्टिलिटी रेट 20-40 परसेंट तक है. इस फंगस को डायग्नोज करना आसान नहीं होता. इसके पीछे सबसे प्रमुख वजह इसके लक्षण हैं. इसके लक्षण आम फ्लू या कोल्ड जैसे होते हैं. ऐसे में इस प्राॅब्लम की ओर शुरुआत में ध्यान नहीं जा पाता.
सामने आ सकते हैं ये लक्षण
- बलगम
- सांस लेने में दिक्कत
- फीवर
- सीने में दर्द आदि
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.