भास्कर न्यूज| लुधियाना श्री राम शरणम आश्रम, श्री राम पार्क में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में संत अश्वनी बेदी की अध्यक्षता में भव्य सत्संग का आयोजन शहंशाह पैलेस में हुआ। सत्संग में शिमला, यमुनानगर, पटियाला, अमृतसर, करनाल, जम्मू, सोलन, पालमपुर, धर्मशाला, पंचकूला, चंडीगढ़, अंबाला और गुरुग्राम सहित कई शहरों से हजारों साधक शामिल हुए। संत अश्वनी बेदी ने अपने प्रवचनों में कहा कि स्वामी सत्यानंद महाराज का संदेश था कि गुरु हमें सही दिशा दिखाते हैं और हमारा परम लक्ष्य श्रीराम हैं। राम नाम का जप, कीर्तन और अराधना ही गुरु पूर्णिमा की सच्ची पूजा है। इससे जीवन पवित्र हो जाता है और पापों का नाश होता है। उन्होंने कहा कि जो भी इस संसार में आता है, उसे आधा सुख और आधा दुख प्राप्त होता है। ऐसे में यदि शिष्य गुरु के चरणों में अपने मन को समर्पित कर दे तो वह परमेश्वर को प्राप्त कर सकता है। गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं है और ज्ञान के लिए गुरु व वैराग्य दोनों आवश्यक हैं।संत बेदी ने कहा कि राम मंत्र गृहण करने के बाद अन्यत्र भटकने की आवश्यकता नहीं रहती। व्यास पूजा का यह पर्व जीवन में अध्यात्मिक संबंध को प्रगाढ़ करता है। उन्होंने भक्ति प्रकाश से उदाहरण देते हुए कहा कि भक्त चाहे जितने भी कर्म करे, लेकिन उसके भीतर अहंकार न पनपने पाए।इस अवसर पर साधिका रेखा ने अमृत वाणी का पाठ किया। संयम भल्ला और समर बेदी ने मधुर स्वरों में गुरु स्तुति करते हुए भजन प्रस्तुत किए। हजारों साधकों ने गुरु महाराज को पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम का समापन संत बेदी द्वारा गुरुदेव की आरती के साथ हुआ। इस दौरान परम गुरु जय जय राम के जयकारों से हाल गूंज उठा।
गुरु पूर्णिमा : श्री राम शरणम आश्रम में सत्संग का आयोजन, हजारों साधकों ने पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया
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