यूपी न्यूज़: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान खान-पान मिलावट और कोई धोखाधड़ी न हो इसके लिए अब विशेष प्लान तैयार किया गया है. जिसके तहत कांवड़ मार्ग पर सभी दुकानदारों को ग्राहक संतुष्टि एप स्टीकर लगना अनिवार्य कर दिया गया है. इस स्टीकर पर दुकानदार का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर और हेल्पलाइन नंबर दर्ज है, जिससे कांवड़ यात्री धोखाधड़ी से बच सकें.
इस स्टीकर के बाद प्रशासन के साथ ही दुकानदार भी काफी संतुष्ट हैं. अक्सर कई बार हिंसा में दुकानदारों का बड़ा नुकसान हो जाता है.
ग्राहक संतुष्टि ऐप स्टीकर की खासियत
इस स्टीकर पर दो क्यूआर कोड दिए गए हैं- एक एंड्रॉयड और दूसरा एप्पल मोबाइल के लिए. क्यूआर कोड स्कैन करने पर ग्राहक संतुष्टि ऐप खुलेगा, जहां रजिस्ट्रेशन नंबर डालने पर दुकानदार की पूरी जानकारी (नाम, पंजीकरण विवरण) मोबाइल पर दिखेगी. शिकायत के लिए स्टीकर पर हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध है, जिस पर कॉल करने पर खाद्य विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान करेंगे. दुकानदारों को साफ-सफाई और डस्टबिन रखने की सख्त हिदायत दी गई है.
क्यों शुरू हुई यह पहल?
दरअसल कांवड़ मार्ग पर कई दुकानों के नाम हिंदू देवी-देवताओं या सनातन धर्म से जुड़े होते थे, लेकिन मालिक या कारीगर अन्य समुदाय के होने से विवाद की स्थिति बनती थी. इससे कांवड़ यात्रियों के साथ धार्मिक भावनाओं के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायतें सामने आईं. इस समस्या को दूर करने के लिए खाद्य विभाग ने यह कदम उठाया. अब ग्राहक आसानी से दुकानदार की पहचान और विश्वसनीयता जांच सकेंगे.
कांवड़ मार्ग पर विशेष निगरानी
सावन माह के दौरान कांवड़ मार्ग पर खाद्य विभाग के अधिकारी तैनात रहेंगे. विशेष रूप से गाजीपुर के ददरी घाट से महाहर धाम तक के 35 किलोमीटर के मार्ग पर सभी खाद्य दुकानों, ढाबों और फल विक्रेताओं पर स्टीकर लगाए गए हैं. यह सुनिश्चित करेगा कि यात्री बिना किसी धोखाधड़ी के सुरक्षित खरीदारी कर सकें.
कांवड़ यात्रियों को मिलेगी पारदर्शिता
इस बारे में रमेश चंद पांडेय खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ग्राहक संतुष्टि ऐप स्टीकर से कांवड़ यात्रियों को पारदर्शिता मिलेगी. यह स्टीकर दुकानदार की जानकारी और शिकायत निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर प्रदान करता है. हम सावन भर कांवड़ मार्ग पर निगरानी रखेंगे.
उधर कई दुकानदारों को स्टीकर के उद्देश्य की पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन उन्हें साफ-सफाई और डस्टबिन रखने के निर्देश दिए गए हैं. यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए है, बल्कि दुकानदारों को भी नियमों का पालन करने के लिए है.
कांवड़ यात्रियों के लिए लाभ
इस पहल से दुकानदार की पूरी जानकारी एक स्कैन में मिल सकेगी. साथ ही धोखाधड़ी भी रुकेगी कोई भी अपना नाम बदलकर होटल या ढाबा नहीं चला सकेगा. तुरंत ही हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत की जा सकेगी. जिससे कार्रवाई जल्दी होगी.
कांवड़ यात्रा में धोखाधड़ी रोकने का नया सिस्टम: दुकानों पर लगेगा ‘ग्राहक संतुष्टि’ क्यूआर स्टीकर
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