जम्मू-कश्मीर बीजेपी की ओर से शनिवार (12 जुलाई) को नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. पानी और सफाई कर्मचारियों के मुद्दे पर किश्तवाड़ में विशाल धरना दिया गया, जिसमें बीजेपी विधायक शगुन परिहार समेत कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने उमर अब्दुल्ला सरकार को घेरा. किश्तवाड़ से बीजेपी MLA परिहार ने नगरपालिका के कर्मचारियों के समर्थन में उमर अब्दुल्ला सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही प्रदेश सरकार को चेतावनी भी दी.
बीजेपी की ओर से नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच किश्तवाड़ से पार्टी की विधायक शगुन परिहार ने कहा, “यह विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि जम्मू-कश्मीर की जनता उमर अब्दुल्ला की सरकार से बेहद तंग आ चुकी है. लोग देख रहे हैं कि पूरे जम्मू कश्मीर में त्राहि मची हुई है.”
#WATCH | Kishtwar, J&K: As the BJP stages a protest against the National Conference, Kishtwar BJP MLA Shagun Parihar says, “This protest is a symbol of the fact that the people of Jammu and Kashmir are very fed up with the government of Omar Abdullah… He has not even spared the… pic.twitter.com/nFBNHvGQxz
— ANI (@ANI) July 12, 2025
नगरपालिका कर्मचारी सड़कों पर उतरने को मजबूर- परिहार
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली उमर अब्दुल्ला सरकार को घेरते हुए आगे कहा, ”उमर अब्दुल्ला साहेब ने तो नगरपालिका के उन कर्मचारियों को भी नहीं छोड़ा जिनकी वजह से हम स्वस्थ रहते हैं. आज वही सरकारी कर्मचारी सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं. पूरे राज्य में सफाई व्यवस्था की हालत बेहद खराब है. पूरे शहर को इन्होंने कूड़ेदान बना दिया है. आपने देखा होगा कि पीएचईडी वाले कोई काम नहीं कर रहे हैं.”
‘सीएम अपने प्रोटोकॉल से बाहर आने को तैयार नहीं’
किश्तवाड़ से BJP विधायक परिहार ने ये भी कहा, ”महिलाएं सड़कों पर पानी भरने के लिए मजबूर हैं लेकिन सीएम अपने प्रोटोकॉल से बाहर आने को तैयार नहीं हैं. ये हमारी खुशकिस्मती है कि विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं. हम इलाके का जायजा करते हैं तो देखते हैं कि लोग किस तरह से तंग आ चुके हैं.”
सरकार को मजबूर होकर कुर्सी छोड़नी पड़ेगी- परिहार
बीजेपी विधायक शगुन परिहार ने चेतावनी देते हुए कहा, ”अगर उमर अब्दुल्ला सरकार ने अपनी आंखें नहीं खोलीं तो राज्य में अलग ही नजारा देखने को मिलेगा. सभी लोग सड़कों पर होंगे. सरकार को मजबूर होकर कुर्सी छोड़नी पड़ेगी.”