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जालंधर| गुरु पूर्णिमा के मौके पर प्राचीन शिव मंदिर में मां बगलामुखी जी का हवन किया। विद्वानों ने बताया कि गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और वेद व्यास जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गुरु पूजन और आशीर्वाद लेने का विशेष महत्व है। इस दिन शिष्य अपने गुरुओं का आभार व्यक्त करते हुए उनको नमन करते हैं। पं चक्र प्रशाद जोशी ने सभी देवी-देवताओं का आह्वान करवाने के बाद नवग्रह पूजन करवाया।