सिरसा में खाद कालाबाजारी को लेकर सीएम फ्लाइंग की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान खाद की दुकान में भारी मात्रा में स्टॉक मिला और अधिक पैसे में दिए गए खाद के रुपयों का मिलान हो गया, जो साइन करके दिए थे। इस पर सीएम फ्लाइंग की टीम की देर शाम तक कार्रवाई चली। सीएम फ्लाइंग ने सिरसा के नई अनाज मंडी में बूथ नंबर 41 सोहनलाल विनोद कुमार दुकान पर छापा मारा और संचालक प्रमोद कुमार मौके पर मिला। टीम ने दुकान से रिकॉर्ड के बारे में जानकारी ली और पॉश मशीन की जांच की। साथ ही गोदाम को चेक किया। ऐसे में आगामी कार्रवाई सोमवार को की जाएगी, दुकानदार का लाइसेंस भी मांगा है। किसानों का आरोप है कि सरकार द्वारा तय रेट से अधिक रेटों में खाद बेची जा रही थी। किसान नेता लखविन्द्र सिंह बोले कि डीएपी 1850 रुपए में बेची जा रही थी, जबकि उसका तय रेट 1350 रुपए है। यूरिया का बैग 320 से 350 रुपए में बेचा जा रहा था, जबकि उसका तय रेट 260 रुपए है। किसान नेता लखविंद्र ने बताया कि इस बार जिले में डीएपी और यूरिया का पूरा स्टॉक नहीं आया है। शुरू से ही डीएपी व यूरिया की किल्लत चल रही है। इस वजह से किसान महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर है। आढ़ती महंगे दामों पर खाद बेचकर किसानों को लूटने का काम कर रहे हैं। विभाग पहले दुकानदार को बता देता, इसलिए सूचना नहीं दी त: लखविंद्र बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि कुछ दुकानदार बेखौफ होकर खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। गांवों के कुछ दुकानदार भी छोटे किसानों को ब्लैक में डीएपी व यूरिया खाद बेचकर लूट रहे हैं। अगर कृषि विभाग को पहले सूचना देते तो वह दुकानदार को पहले ही आगाह कर देते। इसलिए विभाग को नहीं बताया और सीएम फ्लाइंग को सूचना दी। निम्न क्वालिटी के फर्टिलाइजर, बायोफर्टिलाइजर व पेस्टिसाइड्स की खाद के साथ टैगिंग की जा रही है। औलख ने कहा कि नई अनाज मंडी सिरसा में स्थित दुकान मै. सोहनलाल विनोद कुमार बूथ नंबर 41 की बार-बार शिकायत आ रही थी। पिछले साल भी छापा लगा था, पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। सीएम फ्लाइंग ने ग्राहक को भेजा सीएम फ्लाइंग द्वारा नोटों के नंबर नोट करके आज एक ग्राहक भेजा गया, जिसको उक्त दुकानदार ने 320 रुपए प्रति बैग के हिसाब से 10 गट्टे यूरिया 3200 रुपए में बेची गई। सीएम फ्लाइंग ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट परमजीत सिंह व सब इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह सीएम फ्लाइंग हिसार व लोकल पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर दुकानदार को रंगे हाथों 3200 रुपए में 10 गट्टे बेचते हुए पकड़ा। शनिवार 12 जुलाई को भी एक किसान को 7 गट्टे यूरिया 320 रुपए के हिसाब से बेची गई। किसान ने 2240 रुपए शिवम् सीड्स के नाम पर ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए थे। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की मांग किसानों की हरियाणा सरकार से अपील है कि सरकारी लैबोरेट्रीज व कृषि विभाग के भ्रष्ट अधिकारीयों/कर्मचारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए, ताकि किसानों को बेचे जाने वाले नकली व निम्न क्वालिटी के उत्पादों से बचाया जा सके।
सिरसा में खाद कालाबाजारी पर CM फ्लाइंग की रेड:अधिक रेट में बेची जा रही थी, 1850 में डीएपी, दुकान हो सकती है सील
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