एक तरफ सावन माह को लेकर भगवान शंकर से जुड़े धार्मिक आयोजन शुरू हो चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ यूपी से लेकर उत्तराखंड तक इस पवित्र माह के बीच सियासत भी चरम पर है. वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जगह पर कांवड़ियों के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं. हालांकि राहत शिविर से आने वाली दुर्व्यवस्थाओं की तस्वीरों को लेकर अब विपक्ष भी पूरी तरह हमलावर है. वाराणसी के एक कांवड़ शिविर से समाजवादी पार्टी नेता ने अनोखे ढंग से विरोध किया है, जो काफी चर्चा में है.
जब पानी में ही लेट गए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता !वाराणसी में 12 जुलाई की रात के बाद से ही गरज़ चमक के साथ भारी बारिश हुई. इस दौरान शहर के अलग-अलग जगह पर जल जमाव भी हुआ. इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेताओं की तरफ से जनपद के एक कांवड़ शिविर में पहुंचकर वहां की दुर्व्यवस्थाओं का दावा किया गया है. समाजवादी पार्टी नेता विष्णु विश्वकर्मा का कहना हैं की – जहाँ एक तरफ वाराणसी में सभासद, मेयर, विधायक मंत्री सभी भारतीय जनता पार्टी से हैं, काशी की जनता ने अपना पूरा समर्थन इन्हें दिया है. लेकिन यह आस्था पर चोट करने का काम कर रहे हैं. देशभर से लाखों की संख्या में भगवान शिव के भक्त काशी पहुंचते हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लोग कांवड़ यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्था तक नहीं कर पाए. शिविर में गंदा पानी पहुंच गया है और हम लोगों ने शासन प्रशासन को यह बताने का काम किया है कि – सावन माह प्रारंभ हो गया है, श्रद्धालुओं के लिए सबसे आवश्यक इन व्यवस्थाओं को प्राथमिकता पर रखते हुए उसे दुरुस्त किया जाए.
वाराणसी में बंद रहेंगी मीट की दुकानें, सपा ने पूछा- शराब की दुकानों पर मेहरबानी क्यों?
लाखों की संख्या में पहुंचते हैं कांवड़ यात्री सावन माह के दौरान लाखों की संख्या में शिव भक्त वाराणसी पहुंचते हैं. न सिर्फ आसपास के जनपद से बल्कि दूसरे राज्यों से भी कांवड़ यात्रियों के पहुंचने की भारी संख्या रहती है. इसी क्रम में प्रशासन की तरफ से कांवड़ यात्रियों के रहने, खाने और अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं. शुक्रवार से ही कांवड़ यात्रियों का वाराणसी पहुंचना शुरू हो चुका है.
भारी बारिश के बाद कांवड़ शिविर में भर गया पानी, वाराणसी में पानी में ही लेट गए सपा कार्यकर्ता
2