मानसून में गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ, डाइट और सुरक्षा, जानिए कैसे करें

by Carbonmedia
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Monsoon Pregnancy Care Tips: बरसात की पहली फुहारें जहां आम लोगों के लिए सुकून और ठंडक लाती हैं, वहीं गर्भवती महिलाओं के लिए यह मौसम थोड़ा ज़्यादा सतर्कता मांगता है. चाय और पकौड़ों की खुशबू तो अच्छी लगती है, लेकिन नमी, कीचड़, बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में एक मां बनने वाली महिला के लिए अपने और अपने शिशु के स्वास्थ्य का ख्याल रखना सिर्फ जरूरी ही नहीं, बल्कि अनिवार्य हो जाता है. इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही भी इंफेक्शन, डिहाइड्रेशन या पोषण की कमी जैसी समस्याएं खड़ी कर सकती है.
डॉ. रूबी सिद्दीकी बताती हैं कि, मानसून के मौसम में गर्भवती महिलाओं को खास एहतियात बरतनी चाहिए, क्योंकि यह मौसम शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को चुनौती देता है. बारिश की नमी, वातावरण में बढ़ी हुई गंदगी और बैक्टीरिया और मौसम में अचानक बदलाव गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं.
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स्वास्थ्य का रखें विशेष ध्यान

स्वच्छता सबसे ज़रूरी है. बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए हाथ धोने, कपड़े बदलने और शरीर को साफ-सुथरा रखने की आदत जरूर बनाए रखें.
भीगने से बचें, बारिश में भीगने से सर्दी-जुकाम या वायरल हो सकता है, जिससे गर्भवती महिला और भ्रूण दोनों पर असर पड़ सकता है.
मच्छरों से बचाव करें, मानसून में मलेरिया और डेंगू जैसे मच्छरजनित रोग आम हो जाते हैं. पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें.

पोषण से भरपूर चीजें खाएं

हाइजीनिक खाना खाएं. बाहर का या लंबे समय से रखा हुआ भोजन खाने से बचें. ताजा, घर पर बना हुआ और गर्म खाना खाएं.
फलों और सब्ज़ियों को अच्छे से धोएं. मिट्टी और कीड़े बारिश में सब्ज़ियों पर ज़्यादा होते हैं, जो पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं.
पानी उबालकर पिएं. साफ और उबला हुआ पानी ही पिएं या फ़िल्टर का प्रयोग करें.
इम्युनिटी बूस्ट करने वाले फूड लें. जैसे तुलसी, हल्दी, दालचीनी, नींबू, विटामिन C युक्त फल और सूखे मेवे.
कैफीन और तली चीजों से परहेज करें. ये शरीर में जलन, एसिडिटी और थकावट बढ़ा सकती हैं.

सुरक्षा के आसान उपाय

फिसलन से सावधान रहें. घर और बाहर दोनों जगह फर्श या रास्तों पर फिसलने का खतरा रहता है. ऐसे में ग्रिप वाले जूते पहनें और सावधानी से चलें.
भरपूर आराम करें. मौसम चाहे कैसा भी हो, नींद और मानसिक शांति गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद ज़रूरी होती है.
डॉक्टर से संपर्क में रहें. अगर सर्दी, खांसी, बुखार या उल्टी जैसा कोई लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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