बठिंडा जिले के मौड़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खेतों में जलभराव से धान और मक्के की फसलें डूब गई हैं। कई एकड़ में लगी धान की फसल पानी में समा गई है। मक्के की फसल में भी पानी भर गया है। जलभराव के कारण मक्के की कटाई नहीं हो पा रही है। किसानों की मोटरें और ट्यूबवेल भी पानी में डूब गए हैं। इससे उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। गांव कोटली खुर्द के खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं। यहां तीन सप्ताह पहले रोपी गई धान की फसल पूरी तरह डूब गई है। मूंग और मक्का की फसल भी बारिश की मार झेल रही है। प्रशासन से नुकसान का जायजा लेने की मांग किसानों का कहना है कि खेती पहले से ही संकट में थी। पट्टे पर खेती करने वाले किसानों को अनुबंध की राशि चुकाने में परेशानी होगी। खेतों में पानी भरा होने से अगली फसल की बुवाई में भी देरी होगी। किसान गुरप्यार सिंह ने कहा कि पराली जलाने पर प्रशासन सैटेलाइट से निगरानी करता है। अब प्रशासन को मौके पर आकर नुकसान का जायजा लेना चाहिए। किसानों को मदद की जरूरत है।
बठिंडा में बारिश से धान-मक्के की फसलें डूबी:किसान बोले- पराली जलाने पर सैटेलाइट से निगरानी, अब मौके पर आकर जायजा ले प्रशासन
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