करनाल के लघु सचिवालय के पास लाल बत्ती पर सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसे में 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए ई-रिक्शा से आया था और जैसे ही वह सेक्टर-12 की लाल बत्ती पर उतरा, पीछे से आई एक वर्ना कार ने बैक करते हुए उसे कुचल दिया। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। घायल युवक को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और आरोपी पक्ष को बचाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि न तो सीसीटीवी फुटेज दिखाए जा रहे हैं और न ही कोई गिरफ्तारी हो रही है। मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम से नहीं उठाएंगें। हादसे के बाद मौके से फरार हो गया आरोपी, परिजनों ने उठाए सवाल
मृतक की पहचान सर्राफा बाजार निवासी संदीप के रूप में हुई है। संदीप के भाई नवीन कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे और प्रत्यक्षदर्शियों से कार का नंबर मिला। इसके आधार पर जब वे परिवार सहित सिविल लाइन थाने पहुंचे, तो आरोपी पक्ष पहले से ही वहां मौजूद था। कार सेक्टर-9 के युवक के पास, मालिक कैथल का रहने वाला
परिजनों ने बताया कि कार कैथल के एक व्यक्ति के नाम पर है, जो सेक्टर-9 में अपने किसी रिश्तेदार के यहां आया हुआ था। उसी घर का एक युवक कार चला रहा था। हादसे के बाद कार को रात में धुलवाकर थाने में खड़ा कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत से ही आरोपियों को बचाने की कोशिश की। जब सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग की गई, तो कहा गया कि कैमरे काम नहीं कर रहे। 10 से 12 कैमरे लगे होने के बावजूद फुटेज नहीं मिलना संदेहास्पद
नवीन का आरोप है कि लाल बत्ती पर करीब 10 से 12 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यदि सभी कैमरे बंद थे तो आरोपी घटना के चंद मिनटों बाद ही पुलिस थाने कैसे पहुंच गया? परिजन लगातार फुटेज मांगते रहे लेकिन पुलिस सिर्फ आश्वासन देती रही। बाद में कहा गया कि कैमरे काम नहीं कर रहे। परिजनों का आरोप-जांच अधिकारी आरोपी को पाक-साफ बताने में लगे
मृतक संदीप के भाई नवीन ने कहा कि हमारे सवालों का जवाब नहीं दिया जा रहा, उल्टा पुलिस कह रही है कि कार चालक की कोई गलती नहीं है। जब हमने दबाव बनाया तो कहने लगे कि जांच चल रही है, लेकिन अब तक न कोई गिरफ्तारी हुई है और न ही कोई ठोस कार्रवाई। परिजनों ने आरोप लगाया कि थाने में गाड़ी दिखा दी गई, जिसे पहले धुलवाया गया ताकि सबूत मिटाए जा सकें। चार साल का बेटा और दो साल की बेटी छोड़ गया संदीप
परिजनों ने बताया कि संदीप के दो छोटे बच्चे हैं-चार साल का बेटा और दो साल की बेटी। हादसे ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। एक लापरवाही से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। नवीन ने कहा कि अब परिवार को इंसाफ चाहिए, न कि सिर्फ आश्वासन। पुलिस पर उठ रहे सवाल, परिजनों ने की न्याय की मांग
करोड़ों रुपये की लागत से शहर में कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन हादसे के समय वे सब बंद क्यों थे? यह अपने आप में बड़ा सवाल है। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा कि अगर न्याय न मिला तो वे धरना देने पर मजबूर होंगे। मामले की जांच फिलहाल सिविल लाइन थाना पुलिस कर रही है।
करनाल में वर्ना कार चालक ने युवक को कुचला:लाल बत्ती पर रिक्शा से उतरा ही था पीछे से रौंदा, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग, डेडबॉडी उठाने से इंकार
2