सिरसा में साइबर थाना पुलिस ने एक साइबर ठगी गिरोह काे पकड़ा है। इस गिरोह के चार सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए है और चारों ही हिसार के हैं। जब पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ की तो कई खुलासे हुए। ऐसे में पुलिस उन सभी का पता लगाने में जुटी है। मंगलवार को इस बारे में डीएसपी हेडक्वार्टर आदर्श दीप सिंह ने दोपहर को डीएसपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता बुलाई और मीडिया को बताया कि हाल ही में सिरसा में निकाली गई तिरंगा यात्रा में एक व्यक्ति का फोन चोरी हो गया था। उसके बाद उसके खाते से 60 हजार रुपए निकाल लिए गए थे। उस मामले में केस दर्ज किया गया था। जिसमें जांच के बाद एक गिरोह को पकड़ा, जिसमें संजीव, धर्मबीर, ईश्वर और दिलबाग शामिल है। यह हिसार जिले के कापड़ो गांव के रहने वाले हैं। डीएसपी आदर्श ने बताया कि इनका उद्देश्य होता था कि यह लोग कभी भी मेला या रैली या भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाते थे। वहां पर किसी का मोबाइल चोरी करते थे और उसके बाद असली खेल शुरू होता था। एक डॉक्टर फोन एप है। उसी डॉक्टर फोन एप पर चोरी किए मोबाइल का स्क्रीन लॉक तोड़ लेते थे। स्क्रीन लॉक तोड़ने के बाद गूगल क्रॉम पर जाकर वहां पर पासवर्ड सेटिंग में जाकर पासवर्ड पता कर लेते। ऐसे करते थे पासवर्ड पता डीएसपी आदर्श ने बताया कि कई लोग अपना पासवर्ड सेव कर लेते हैं। वहीं से यह गूगल पे, पेटीएम और फोन पे का पासवर्ड पता कर लेते थे। वहीं से उसके बैंक अकाउंट का खाता खाली करते। वो रुपए अपने या दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। साइबर थाना की टीम इसके पीछे लगी हुई थी। उसका पता लगाकर उनको पकड़ा। इनका पुलिस रिमांड हासिल करेंगे, उसी में बाकी वारदात का पता चल पाएगा। कुछ डीवीआर खंगाली है। इनका मास्टरमाइंड है संजीव, सभी क्रीमिनल डीएसपी आदर्श ने बताया कि इन आरोपियों पर पहले से चोरी के मुकदमे दर्ज है। संजीव पर एक और धर्मबीर पर चार केस दर्ज है और सभी क्रीमिनल है और आपस में मिलकर वारदात को अंजाम देते थे। इनका मास्टरमाइंड संजीव है। यह काफी समय से काम कर रहे थे और सभी की उम्र अलग-अलग है, जिसमें युवा व अधेड़ शामिल है। हर कोई अपना पासवर्ड गूगल पर या गूगल क्राम पर सेव कर लेता है, इसलिए ऐसे पासवर्ड सेव ना करे।
सिरसा पुलिस ने पकड़ा हिसार का साइबर गिरोह:रैली-मेले से चुराते मोबाइल, गूगल क्राम पर स्क्रीन लॉक तोड़ते, पासवर्ड पता कर खाता खाली
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