आम आदमी पार्टी के विधायक चौधरी जुबैर अहमद ने कांवड़ियों के लिए सद्भावना कैंप को लेकर कहा कि करीबन 31 साल इसको हो गए. 1993 में जब मेरे पिता पहली बार विधायक बने तब से ये लगातार लग रहा है. मुस्लिम समाज इसको चलाता है. अपनी इच्छा से करता है. किसी के दबाव से या किसी के कहने पर नहीं करता है. ये असल हिंदुस्तान है मैं बार-बार कहता हूं. हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोग इसी मत के हैं कि जब हिंदू भाई जल लेकर अपने घरों की ओर जाते हैं तब मुस्लिम समाज बाहें फैलाकर, फूल बरसाकर उनका स्वागत करता है.
हज पर जाने के समय हिंदू समाज के लोग फूल बरसाते हैं- चौधरी जुबैर अहमद
न्यूज़ एजेंसी IANS से आप विधायक ने आगे कहा कि जब मुसलमान भाई हज पर जाते हैं तो हमने देखा है कि हिंदू समाज के लोग उन पर फूल बरसाकर उनसे दुआओं के लिए कहते हैं. ये असल हिंदुस्तान है.
Delhi: On the ‘Sadbhavna Camp’, AAP MLA Chaudhary Zubair Ahmad says, “It has been going on for nearly 31 years. My father became an MLA for the first time in 1993, and since then this has been continuously running. The Muslim community runs it and does it well, not under anyone’s… pic.twitter.com/pvUJ8JcYNf
— IANS (@ians_india) July 16, 2025
सद्भावना कैंप में शामिल हुई नेता प्रतिपक्ष आतिशी
इस सद्भावना कैंप में दिल्ली की पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष आतिशी भी शामिल हुई. उन्होंने कहा कि यह शिविर हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है. पहले पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद इसे चलाते आए, जिसे अब विधायक चौधरी ज़ुबैर अहमद और उनके साथी उसी जज़्बे से आगे बढ़ा रहे हैं.
यही है हमारा भारत, दिलों को जोड़ने वाला पुल- आतिशी
आतिशी ने एक्स पोस्ट में लिखा, “जब एक मुस्लिम भाई शिवभक्त को हाथ जोड़कर जल चढ़ाने के लिए यहां से विदा करता है, तो वहां सिर्फ़ सेवा नहीं, बल्कि भारत की असली रूह बसती है. यही है हमारा भारत – जहां मज़हब दीवार नहीं, पुल बनाता है, दिलों को जोड़ने वाला पुल. इस अद्भुत परंपरा को जीवित रखने के लिए चौधरी मतीन अहमद जी, चौधरी ज़ुबैर अहमद जी और उनकी पूरी टीम को मैं सभी दिल्लीवासियों की तरफ़ से बधाई देती हूं.”