मुम्बई जीआरपी ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो की देश के अलग अलग राज्यों के धार्मिक स्थलों पर होने वाले भव्य कार्यक्रमो में अपने गुर्गों को भेजकर भक्तों के मोबाइल फ़ोन चोरी करवाता था और फिर उन्हें इकट्ठा करके किसी और को देता था जो कि इन चोरी किये गए हाय एंड मोबाइल फ़ोन को नेपाल के रास्ते विदेशों में सस्ते दाम में बेच दिया करते थे.
जीआरपी कमिश्नर एम राकेश कलासागर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की और बताया कि कैसे यह गिरोह काम करता है. काला सागर ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम श्याम बनरवाल है जो कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जगन्नाथ पुरी यात्रा में और हैदराबाद में जाकर धार्मिक स्थलों पर इकट्ठा हुए भक्तों को निशाना बनाते थे.
नेपाल के रास्ते भेज दिया करते थे विदेशों में
कलासागर ने बताया कि आरोपी के पास से हमे 49 मोबाइल फ़ोन मिले हैं जिनमे से 13 मोबाइल फ़ोन उसने मुम्बई की लोकल ट्रेन से चोरी किया था. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि यह गिरोह तीन लेयर में काम करता था पहला लेयर मोबाइल चोरी करता है और फिर वो उसे दूसरे लेयर को देता है जो कि अलग अलग जगह से आये हुए मोबाइल को इकट्ठा करने का काम करता है. इसके बाद तीसरे लेयर में ये आरोपी मोबाइल फ़ोन को नेपाल के रास्ते विदेशों में भेज दिया करते थे.
कुल 14 मोबाइल चोरी के मामले हैं दर्ज
आरोपी बरनवाल के खिलाफ मुम्बई जीआरपी के अलग अलग पुलिस स्टेशन में कुल 14 मोबाइल चोरी के मामले दर्ज हैं. आरोपी के पास से जो 49 मोबाइल फ़ोन मिले हैं, उनमें से 10 मोबाइल कल्याण जीआरपी की हद में चोरी हुए थे, एक- एक मोबाइल मुंबई सेंट्रल, ओरिसा के पूरी टाउन पुलिस स्टेशन, और एक वाराणसी पुलिस स्टेशन की ज्यूरिसडिक्शन से चोरी हुए थे.
आंकड़ों की माने तो मुम्बई की लोकल ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों द्वारा रोजाना 15-20 मोबाइल चोरी होने की शिकायतें मिलती हैं. आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर अबतक 2775 मोबाइल चोरी हुए हैं.
मुंबई में धार्मिक स्थलों पर मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश, विदेशों में बेचते थे फोन
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