हरियाणा के करनाल में कौशल चौधरी गैंग से जुड़े बदमाश सौहार्द उर्फ शिवम के फर्जी पासपोर्ट मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सौहार्द को पासपोर्ट दिलवाने में मदद करने वाला कोई और नहीं, बल्कि करनाल पुलिस से बर्खास्त कांस्टेबल श्याम सुंदर निकला, जिसने लालच में आकर अपने घर के पते पर बदमाश का पासपोर्ट बनवाया और पुलिस वेरिफिकेशन भी करवा दी। बदले में सौहार्द ने कांस्टेबल को उसके बेटे को विदेश भेजने का झांसा दिया था। मंगल कॉलोनी के पते पर बनवाया पासपोर्ट, अब पुलिस कर रही जांच
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सौहार्द ने करनाल की मंगल कॉलोनी निवासी बर्खास्त कांस्टेबल श्याम सुंदर को देहरादून जेल में अपने झांसे में लिया। श्याम सुंदर 2023 में धोखाधड़ी के एक मामले में देहरादून गया था। वहां दोनों की जान-पहचान हुई थी। सौहार्द ने उसे बताया था कि उसका पासपोर्ट नहीं बन पा रहा क्योंकि उसका अपराधिक रिकॉर्ड है। बदले में उसने वादा किया कि वह श्याम सुंदर के बेटे को विदेश भिजवाएगा। इसी लालच में आकर बर्खास्त कांस्टेबल ने अपने घर के पते से सौहार्द का पासपोर्ट बनवा दिया और किसी पुलिसकर्मी से सेटिंग कर वेरिफिकेशन भी करवा दी। पासपोर्ट तो बन गया, लेकिन बेटा विदेश नहीं जा पाया
पासपोर्ट तैयार होने के बाद भी जब कांस्टेबल का बेटा विदेश नहीं जा पाया तो श्याम सुंदर ने पासपोर्ट खुद के पास ही रख लिया। इस फर्जीवाड़े की भनक जब पुलिस तक पहुंची तो मामले की परतें खुलने लगीं। थाना शहर में श्याम सुंदर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। कौन है श्याम सुंदर
श्याम सुंदर करनाल की मंगल कालोनी का रहने वाला है। वह वर्ष 2004 में हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। वर्ष 2007 में एक मामले में उसे बर्खास्त कर दिया गया था। 2023 में वह धोखाधड़ी के एक मामले में देहरादून जेल गया, जहां उसकी मुलाकात सौहार्द से हुई। वहीं से दोनों के बीच यह पासपोर्ट की डील हुई थी। बदमाश सौहार्द पर पहले से दर्ज हैं 16 केस, जेल में बंद है
यमुनानगर निवासी सौहार्द उर्फ शिवम पर पहले से 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से कौशल गैंग से जुड़ा हुआ है। उसके खिलाफ पिता के साथ मारपीट का केस भी है। 30 जून को करनाल एसटीएफ ने उसे दिल्ली निवासी साथी पारस के साथ गिरफ्तार किया था। इनसे दो विदेशी पिस्टल और एक गन बरामद की गई थी। 27 जून को कुरुक्षेत्र में हुई फायरिंग में हुआ था हथियारों का इस्तेमाल
बदमाशों के पास से बरामद हथियार 27 जून को कुरुक्षेत्र के अमन ढाबा फायरिंग केस में इस्तेमाल किए गए थे। सौहार्द का काम था शूटरों को वारदात की जगह पहुंचाना, उन्हें हथियार देना और फिर पंजाब में सुरक्षित जगह तक छोड़ना। एनसीआर और पंजाब में वह काफी एक्टिव था। करनाल के सौकड़ा फायरिंग केस में भी उसका नाम सामने आया है। फिलहाल सौहार्द करनाल जेल में बंद है। पहले भी दर्ज हैं ऐसे मामले, कई पुलिसकर्मी आरोपी
यह कोई पहला मामला नहीं है जब अपराधियों ने करनाल के पते से फर्जी पासपोर्ट बनवाए हों। अब तक ऐसे करीब 10 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें बदमाशों के पास करनाल से पासपोर्ट बने हैं। कई मामलों में पुलिसकर्मी भी आरोपी बनाए गए हैं। एसपी गंगाराम पुनिया ने दी जानकारी, कार्रवाई जारी
एसपी गंगाराम पुनिया ने बताया कि यमुनानगर के आरोपी सौहार्द के नाम पर करनाल निवासी बर्खास्त कांस्टेबल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाया है। जैसे ही मामला संज्ञान में आया, केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस केस से जुड़े अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है।
करनाल पुलिस में तैनात कांस्टेबल बर्खास्त:बदमाश के बेटे को विदेश भेजने के लालच में फंसा, देहरादून जेल में हुई जान-पहचान, फर्जी पासपोर्ट का हुआ था खुलासा
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