महाराष्ट्र के मुंबई में मोबाइल एप के जरिए बुक की जाने वाली कैब सर्विस यानी Ola, Uber और Rapido आज (शुक्रवार, 18 जुलाई) को भी सड़कों से नदारद रहेंगी. आज भी ड्राइवर्स की हड़ताल जारी रहेगी. ड्राइवर्स की मांग है कि उन्हें मिलने वाला किराया तर्कसंगत हो और काली-पीली मीटर वाली टैक्सियों के बराबर हो. आशंका है कि यह आंदोलन और उग्र होने वाला है.
मुंबई महानगर क्षेत्र, पुणे और नागपुर के इस सेक्टर के लोगों के साथ बुधवार (16 जुलाई) को शुरू हुए इस आंदोलन से लोगों को, खासकर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर काफी परेशानी हुई. मुंबई एयरपोर्ट ऑपरेटर ने यात्रियों को सलाह दी कि ट्रांसपोर्ट की उपलब्धता देख लें या फिर कोई और विकल्प खोजें.
आजाद मैदान में आज धरना प्रदर्शनमहाराष्ट्र गिग वर्कर्स मंच के अध्यक्ष डॉ. केएन क्षीरसागर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से बातचीत में बताया कि लगभग 70 फीसदी ऐप-आधारित कैब सड़कों से नदारद रही हैं. इससे बुकिंग के लिए बहुत कम गाड़ियां बचीं. कैब ड्राइवर्स अपने आंदोलन को और तेज करने के लिए शुक्रवार (18 जुलाई) से दक्षिण मुंबई के आज़ाद मैदान में धरना देंगे.
केएन क्षीरसागर ने बताया कि मंगलवार (15 जुलाई) को मंत्रालय में राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक के साथ बैठक के बाद सरकार के साथ कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ.
कैब ड्राइवर्स की ये 6 प्रमुख मांगेंमहाराष्ट्र गिग कामगार मंच ने किरायों को रेशनलाइज करने, पारंपरिक काली-पीली मीटर वाली टैक्सियों के बराबर किराया लाने, बाइक टैक्सियों पर रोक लगाने, काली-पीली टैक्सियों और ऑटोरिक्शा के परमिट पर सीमा तय करने, ऐप आधारित कैब के ड्राइवर्स के लिए कल्याण बोर्ड का गठन करने और अन्य राज्यों के कानून की तर्ज पर महाराष्ट्र में गिग वर्कर्स एक्ट लागू करने की मांग की है.
अन्य ड्राइवर्स को मजबूर कर रहे आंदोलन करने वाले चालककुछ स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया है कि हड़ताल में भाग लेने वाले लोग अपने साथियों को सड़कों से हटने के लिए मजबूर कर रहे हैं. चांदिवली नागरिक कल्याण संघ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ टैक्सी ड्राइवर्स अपने साथी को यात्रियों को लाने-ले जाने और हड़ताल में भाग न लेने के लिए अपशब्द कहते हुए दिखाई दे रहे हैं.
मुंबई में आज भी सड़कों से गायब रहेंगी Ola-Uber और Rapido, आजाद मैदान में ड्राइवर्स का धरना प्रदर्शन
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