पंजाब में आज संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) की तरफ सेलैंड पूलिंग समेत अन्य पानी के समझौतों को लेकर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई है। मीटिंग सुबह 11 बजे शुरू होगी। मीटिंग में सभी पार्टियों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। नेताओं को मीडिया के सामने अपनी बात रखनी होगी। इसके बाद SKM द्वारा अपने संघर्ष की अगली रणनीति बनाई जाएगी। किसानों ने 30 जुलाई को ट्रैक्टर मार्च की चेतावनी पहले ही दे रखी है। एलसीडी स्क्रीन पर बैठकर देख पाएंगे मीटिंग संयुक्त किसान मोर्चे (एसकेएम) की तरफ से आज लैंड पूलिंग समेत और पानी के समझौतों को लेकर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग सुबह 11 बजे शुरू होगी। मीटिंग में सभी पार्टियों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। नेताओं को मीडिया के सामने अपनी बात रखनी होगी। इसके बाद एसकेएम द्वारा अपने संघर्ष की अगली रणनीति बनाई जाएगी। किसानों ने तीस जुलाई को ट्रैक्टर मार्च की चेतावनी पहले ही दे रखी है। बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी। राजनीतिक दलों को अपना रुख स्पष्ट करने और सुझाव देने के लिए समय दिया जाएगा। इसके बाद किसान नेताओं द्वारा राजनीतिक दलों के साथ प्रश्नोत्तर सत्र भी होगा। किसान संगठनों के नामित वरिष्ठ नेताओं और संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं को बैठक हॉल में शामिल होने की अनुमति होगी। किसान भवन के अंदर एलसीडी स्क्रीन पर बैठकर कार्यक्रम देखने की व्यवस्था की गई है। बैठक के समापन के बाद दोपहर 2:30 बजे किसान भवन में किसान नेताओं द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। यह सरकार नहीं, केजरीवाल की पॉलिसी है किसान नेता बूटा सिंह बुर्जगिल का कहना है कि यह नीति पंजाब सरकार की नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल की है। उन्होंने बताया कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान इस बात को अच्छी तरह समझ गए हैं। वहीं, उन्होंने सरकार से मांग की है कि पानी के समझौते रद्द किए जाएं। रिपेयरिन लॉ के अनुसार पानी का बंटवारा होना चाहिए। अतिरिक्त पानी जाने पर हमें रॉयल्टी मिलनी चाहिए। इस मामले में विधानसभा सेशन बुलाकर चर्चा की जानी चाहिए।
SKM की चंडीगढ़ में सर्वदलीय मीटिंग आज:11 बजे सारी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को बुलाया, 2.30 बजे करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
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