महाराष्ट्र के पुणे एयरपोर्ट परिसर में तेंदुए की मूवमेंट देखी गई है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने यह बात कंफर्म की है कि CCTV फुटेज में तेंदुए को एयरपोर्ट के रनवे पर देखा गया है.
मुरलीधर मोहोल ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल और पिंजरे लगा दिए गए हैं. जानवर की लोकेशन और उसके छुपने के ठिकानों का भी पता लगाया जा रहा है. खाने की तलाश में जिन जगहों से वह एयरपोर्ट परिसर के अंदर आ सकता है, वो सारे एंट्री पॉइंट बंद कर दिए गए हैं. जल्द ही तेंदुए को पकड़ कर उसे जांच के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा.
पहली बार अप्रैल में दिखा था तेंदुआहिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक की जांच में सामने आया है कि पहली बार तेंदुआ 28 अप्रैल को एयरपोर्ट की सीमा से करीब 800 मीटर दूर दिखा था. जंगली जानवर के दिखते ही हड़कंप मच गया और वाइल्डलाइफ की टीम एक्टिव हो गई. अप्रैल में ही पिंजरे और जाल के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ.
इसके बाद मई में मुर्गी को शिकार बनाकर वन विभाग ने तेंदुए के लिए जाल बिछाया. हैरानी की बात यह रही कि तेंदुआ पिंजरे के अंदर तो आया, मुर्गी को भी पकड़ लिया लेकिन वापस चला गया.
अब जुलाई में सीसीटीवी फुटेज के जरिए एक बार फिर से तेंदुए की मौजूदगी दिखी है. इससे यह साबित होता है कि वन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी का यह दावा गलत निकला कि तेंदुआ अब जा चुका है.
मंत्री मुरलीधर मोहोल ने ली मीटिंगअब केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने पुणे नगर निगम के साथ एक हाई-लेवल बैठक बुलाई. इसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी, एयर फोर्स, वन विभाग और पुणे कैंट बोर्ड की टीम भी शामिल रही. बैठक में जानकारी दी गई कि एयरपोर्ट के पास 5 किलोमीटर के दायरे में घनी बस्तियां और बहुमंजिला इमारतों बन गई हैं. शहरीकरण बढ़ने से कचरा का निपटारा भी नहीं हो पा रहा है.
कचरे के निस्तारण पर चर्चाइस कचरे पर आने वाले जानवरों और पक्षियों के शिकार के लिए जंगली जानवर बाहर आने लगे हैं. इसलिए मंत्री ने साफ-सफाई के भी निर्देश दिए हैं.
पुणे एयरपोर्ट पर तेंदुए ने बनाया डेरा! 3 महीने में कई बार आया सामने, इस बार रनवे तक पहुंचा
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