PM Modi Bhopal Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ‘बीमारी शक्ति सम्मेलन’ को संबोधित करने वाले हैं, जिसमें करीब दो लाख महिलाओं की मौजूदगी का अनुमान है.
इस बहुप्रतीक्षित दौरे से पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को घेरने की तैयारी कर ली है. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए पीएम मोदी से दस महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं. ये सवाल देश और प्रदेश की जनता के रोजमर्रा के मुद्दों से जुड़े हुए हैं.
1. महंगाई डायन से अच्छे दिन तक का सफर –जनता के लिए बोझ?
उमंग सिंघार ने याद दिलाया कि 2014 में मोदी ने महंगाई को “डायन” कहा था, लेकिन आज की स्थिति उससे भी बदतर है.उन्होंने सवाल किया कि जब आटा, दाल, गैस, बिजली और दवाइयों की कीमतें आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं, तो क्या यही अच्छे दिन हैं?
प्रधानमंत्री @narendramodi जी,
भाषण नहीं, जवाब दो !
1. प्रधानमंत्री जी, आपने 2014 में कहा था कि “महंगाई डायन” है, आज आटा, दाल, गैस, बिजली और दवाएं आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं – क्या यही हैं “अच्छे दिन”?
2. आपने 2 करोड़ रोजगार हर साल देने का वादा किया था, लेकिन मध्यप्रदेश और… pic.twitter.com/zD2rhQfcE2
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 30, 2025
2. हर साल 2 करोड़ नौकरी का वादा कहां गया?
नेता प्रतिपक्ष ने बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि देश और विशेषकर मध्य प्रदेश में युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं. सिंघार ने पूछा, “क्या युवाओं से किया गया वादा एक चुनावी जुमला था?”
3. सेना के नाम पर राजनीति और अपमान
सिंघार ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी सेना के पराक्रम का उपयोग राजनीतिक प्रचार में करते हैं, जबकि उनके ही मंत्री सेना के शौर्य का अपमान करते हैं. उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे मंत्रियों पर कोई कार्रवाई होगी?
4. किसानों की आय दोगुनी नहीं, घाटे में बिक रही फसलें
उन्होंने याद दिलाया कि सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन आज किसान अपनी उपज लागत मूल्य से भी कम पर बेचने को मजबूर हैं.यह वादा झूठा साबित हुआ है, सिंघार का आरोप है.
5. बिना शिक्षक और सुविधाओं के स्कूल
मध्य प्रदेश में हजारों स्कूलों में न तो शिक्षक हैं, न शौचालय, न बिजली और न ही पीने का पानी.सिंघार ने सवाल किया कि क्या शिक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं रही?
6. दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार बढ़े – पेसा एक्ट लागू क्यों नहीं?
उन्होंने राज्य में दलित और आदिवासी समुदाय पर बढ़ते अत्याचारों का हवाला देते हुए पेसा एक्ट को लागू न किए जाने पर सरकार की नीयत पर सवाल उठाया।
7. भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा खोखला?
सिंघार ने राज्य में सामने आए परिवहन, नर्सिंग, पीएम आवास और जल जीवन मिशन घोटालों का जिक्र करते हुए पूछा कि इन घोटालों में दोषियों को अब तक सजा क्यों नहीं मिली?
8. उज्ज्वला योजना: सिलेंडर तो मिले, लेकिन भरवाने के पैसे नहीं
उमंग सिंघार ने कहा कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत दिए गए मुफ्त सिलेंडर गरीबों के घरों में धूल खा रहे हैं क्योंकि वे उन्हें रिफिल नहीं करवा पा रहे. क्या यह योजना सिर्फ प्रचार का माध्यम बनकर रह गई है?
9. नोटबंदी और GST से MSME सेक्टर को भारी नुकसान
नेताप्रतिपक्ष ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों से देश की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा, खासकर एमएसएमई सेक्टर को. क्या सरकार ने आर्थिक रीढ़ की अनदेखी की?
10. संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता खतरे में?
नेता प्रतिपक्ष ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि न्यायपालिका, मीडिया और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाएं सरकारी प्रभाव में हैं. क्या इससे देश के लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है?
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