हिमाचल प्रदेश में शिमला से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जॉब ट्रेनी की योजना प्रदेश के युवाओं के साथ सुक्खू सरकार का भद्दा मजाक है. इस तरह की योजनाएं प्रदेश में स्वीकार नहीं हैं. सरकार इस युवा विरोधी योजना को वापस ले.
यह कितनी हैरानी की बात है कि जो सरकार ‘ठूंजा साल वाली पक्की नौकरी’ देने की गारंटी देकर, पहले कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरी की गारंटी देकर, पांच लाख नौकरी की गारंटी देकर सत्ता में आई हो, वह इस तरह से युवा विरोधी काम कर रही है.
सरकार ने नौकरियां देने का कोई प्रयास नहीं किया – जयराम ठाकुर
जयराम ठाकुर ने कहा कि झूठ बोलकर, झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आने के बाद से ही सुक्खू सरकार नौकरियां छीनने, नौकरियां न देने, नौकरियां खत्म करने, नौकरियों से निकालने और नौकरियों की संभावना को समाप्त करने की दिशा में ही साजिशें कर रही है.
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने ढाई साल से ज्यादा के कार्यकाल में लोगों को नौकरियां देने का एक भी प्रयास ईमानदारी से नहीं किया. सरकार सारा तिकड़म नौकरियां निकालने के बजाय, नौकरियों से निकालने का ही कर रही है. यह जनविरोधी, युवा विरोधी, प्रदेश विरोधी सरकार है.
डेढ़ लाख से ज्यादा नौकरियां खत्म हो गईं
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार से आग्रह है कि वह प्रदेश के युवाओं का भी ध्यान अपने मित्रों की तरह ही रखे. मित्रों को लाभ देने के लिए सरकार सैकड़ों रास्ते तलाश लेती है, लेकिन जब युवाओं को उनका हक देने की बात आती है, तो सरकार उनसे उनका हक छीनने के रास्ते तलाशती है.
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद से ही सुक्खू की सरकार ने युवाओं को नौकरी देने वाले संस्थान को ही बंद कर दिया. इसके बाद 26 अक्टूबर 2024 को ही सरकार ने 2 साल से खाली पड़े सभी पद समाप्त कर दिए. इससे डेढ़ लाख से ज्यादा नौकरियां खत्म हो गईं.
सरकार किस मंशा से काम कर रही है?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2 साल बाद सरकार ने कर्मचारी चयन आयोग बहाल तो किया, लेकिन वह भी फंक्शनल नहीं हुआ. आयोग के पास परीक्षा आयोजित करवाने का ही कोई इंतजाम नहीं है. दुख की बात यह है कि यह हाल उस सरकार का है, जो नौकरियां देने के नाम पर ही सत्ता में आई है.
उन्होंने कहा, लेकिन नौकरियों की मांग करते हुए, प्रदेश के युवा सुक्खू सरकार के शपथ ग्रहण से ही सड़कों पर हैं. आखिर सरकार किस मंशा से काम कर रही है? सरकार की हर गतिविधि, हर नीति, प्रदेश विरोधी होती है, प्रदेश के युवाओं की विरोधी होती है, विकास विरोधी होती है.
सरकार ने भर्ती नियमों में ही उलटफेर कर दिया – नेता प्रतिपक्ष
जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले सरकार ने युवाओं को नियमानुसार रेगुलर करने में अड़ंगे लगाए. 2 साल का कॉन्ट्रैक्ट पीरियड पूरी करने वाले कर्मचारियों को पहले साल में 2 बार रेगुलर किया जाता था, लेकिन सुक्खू सरकार ने उसे बदलते हुए एक बार ही रेगुलर करने की अघोषित प्रथा शुरू कर दी.
उन्होंने कहा कि अब सरकार ने भर्ती नियमों में ही उलटफेर कर दिया और कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट पीरियड खत्म करके जॉब ट्रेनी की नीति लेकर आए हैं, जिसका प्रदेश भर में भारी विरोध हो रहा है.
सरकार अपनी नीति बदले और जनहित के काम करे – जयराम ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसे में सरकार की कार्यप्रणाली और मंशा पर भी सवाल उठ रहे हैं कि सरकार की एक भी नीति, एक भी योजना की प्रदेश के लोगों से सराहना क्यों नहीं होती है? सरकार की हर नीति की चौतरफा आलोचना और विरोध से यह साफ है कि सरकार का एक भी काम व्यापक जनहित और विकासोन्मुख नहीं है.
सुक्खू सरकार प्रदेश के इतिहास की पहली सरकार है, जो लोगों को सुविधाएं देने के बजाय, सुविधाएं छीनने के लिए काम करती है. योजनाएं देने के बजाय, योजनाएं बंद करने का काम करती है. सरकार अपनी नीति बदले और जनहित के काम करे.
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