सिरसा जिले के गांव झुटीखेड़ा में एक महिला ने मेडिकल विज्ञान के लिए अपने शरीर को दान कर दिया। डेरा सच्चा सौदा की अनुयायी धापी देवी इन्सा (55) ने मृत्यु से पहले ही शरीर दान का संकल्प ले लिया था। धापी देवी 27 मई को अचानक बीमार हो गईं। उन्हें सिरसा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार को उनका निधन हो गया। उनके पति देवीलाल इन्सा और बेटे कुलदीप इन्सा ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए पार्थिव शरीर को एनसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पानीपत को दान कर दिया। बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा बेटी-बेटे समान की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए उनकी बेटियों संतोष इन्सा और प्रवीण इन्सा ने अर्थी को कंधा दिया। अंतिम विदाई में ब्लॉक दारेवाला के साथ-साथ आसपास के गांवों और शहरों से बड़ी संख्या में डेरा अनुयायी और रिश्तेदार शामिल हुए। फूलों से सजी एम्बुलेंस में पार्थिव देह को रखा श्रद्धालुओं ने फूलों से सजी एम्बुलेंस में पार्थिव देह को रखा। गांव के प्रवेश द्वार तक ले जाते समय ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, धापी देवी इन्सा तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाए गए। ब्लॉक प्रेमी सेवक अनिल इन्सा ने बताया कि धापी देवी ने संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सा की प्रेरणा से यह निर्णय लिया था।
सिरसा में महिला ने किया शरीर दान:मेडिकल रिसर्च के लिए पानीपत भेजा, बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा, बीमारी के चलते मौत
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