International Yoga Day 2025: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योगी सरकार प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में योग कार्यक्रम आयोजित कराने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में सख्त निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) और प्रमुख चिकित्सा अधीक्षकों (सीएमएस) को पत्र भेजकर अभी से तैयारियों में जुट जाने को कहा है.
प्रमुख सचिव ने कहा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. इस बार योग दिवस की थीम है- ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग’. इस अवसर पर प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में योग अभ्यास का आयोजन होगा. इसके लिए स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली व्यक्तियों को ‘योग एंबेस्डर’ बनाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भाग लें और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
’लोगों को योग के लिए प्रेरित करना उद्देश्य'
योग दिवस का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को योग के जरिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है. इसके साथ ही लोगों में योग के लाभ और इसकी उपयोगिता के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी इसका मकसद है. प्रमुख सचिव ने कहा कि अस्पतालों में न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी लोगों को योगाभ्यास का लाभ मिलेगा. सरकार का मानना है कि नियमित योगाभ्यास से न सिर्फ बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि तनाव और चिंता को भी दूर किया जा सकता है.
आयुष मंत्रालय द्वारा मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इसमें स्थानीय स्तर पर मौजूद इच्छुक प्रतिभागियों और योग प्रशिक्षकों को सामान्य योग प्रोटोकाल सिखाया जाएगा. वहीं, ब्लॉक और जिला स्तर पर प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, स्वयंसेवी संगठनों और शिक्षण संस्थाओं की मदद से इस आयोजन को सफल बनाएं. इसके लिए लोगों को योग दिवस के महत्व के बारे में भौतिक और डिजिटल माध्यम से जानकारी दी जाएगी.
साल 2015 से हुई थी योग दिवस की शुरुआत
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 21 जून 2015 को हुई थी. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मान्यता दी. तब से लेकर अब तक हर साल यह दिन पूरे देश और दुनिया में मनाया जाता है. योग भारत की प्राचीन परंपरा है और अब इसे विश्वभर में अपनाया जा रहा है. सरकार चाहती है कि योग के जरिए लोग स्वस्थ रहें और एकजुट होकर ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य’ के सिद्धांत को मजबूत करें.
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