जालंधर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब के चर्चित वन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को 53.64 लाख की अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से अटैच कर लिया है। यह संपत्ति सुखविंदर सिंह, पूर्व रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, बुढलाधा फॉरेस्ट रेंज की है। ईडी ने यह कार्रवाई 24 जुलाई (गुरुवार) को की, जिसकी पुष्टि जालंधर जोनल ऑफिस की ओर से की गई है। यह मनी लॉन्ड्रिंग जांच दो प्राथमिकी (FIR) के आधार पर शुरू की गई थी, जिन्हें विजिलेंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वॉड-I, मोहाली, पंजाब द्वारा भारतीय दंड संहिता, 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के विभिन्न प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था। ऐसे की गई करोड़ों की हेराफेरी प्रवर्तन निदेशालय की जांच में खुलासा हुआ है कि सुखविंदर सिंह ने बुढलाधा फॉरेस्ट रेंज में पद पर रहते हुए कई गैर-मौजूद संस्थाओं के नाम से बिल तैयार करवाए। इन फर्जी बिलों के आधार पर सरकारी धन को निजी व्यक्तियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। बाद में यह धन नकद में सुखविंदर सिंह को वापस कर दिया गया। इस आपराधिक षड्यंत्र के जरिए सुखविंदर सिंह ने 53.64 लाख की अवैध कमाई की, जिसे ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम’ (POC) माना गया है। यही वह रकम है जिसे अब ईडी ने अटैच किया है। पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं पूर्व वन मंत्री इस मामले में इससे पहले पंजाब सरकार के तत्कालीन वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को भी प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। उन पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून और मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। ईडी ने उनके खिलाफ मोहाली की विशेष अदालत (PMLA कोर्ट) में अभियोजन शिकायत (Prosecution Complaint) दाखिल की थी, जिस पर अदालत ने आरोप तय भी कर दिए हैं।
जालंधर ED का पूर्व फॉरेस्ट अधिकारी के खिलाफ एक्शन:वन घोटाले में 53.64 लाख की संपत्ति अटैच, इसी में पूर्व मंत्री भी गिरफ्तार हो चुके
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